दिव्यांगता अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है
पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम को शासकीय नहीं माने बल्कि यह हमारी सामाजिक ज़िम्मेदारी को बताने वाला कार्यक्रम है। हमें यह देखना होगा कि इन कार्यक्रमों में हमारा कितना योगदान है। दिव्यांगजन अपने आप को कमतर नहीं आंकें। आपके भीतर अद्भुत प्रतिभा छिपी है। अपनी ताक़त को पहचानें। यह बात मंत्री श्री पटेल ने पीजी कॉलेज नरसिंहपुर के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में कही। मंत्री श्री पटेल आर्टिफिशियल डिसेबिलिटी असिस्टेंस डेवलपमेंट (एडिप) योजना के तहत आयोजित सहायक उपकरण वितरण शिविर में शामिल हुए। यहां जिले की गोटेगांव, नरसिंहपुर व करेली विकासखंड के दिव्यांगजनों के लिए शिविर आयोजित किया गया था।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि इन सहायक उपकरणों के सहारे विशेष आवश्यकता वाला कोई भी व्यक्ति अपने बौद्धिक हुनर का प्रयोग कर अपनी जीवन रूपी पटरी को सामान्य लोगों की तरह सही स्तर पर ला सकता है। जिले के ऐसे दिव्यांगजन जिन्हें शिविरों के माध्यम से चिन्हित किया गया था, उन्हें आज सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरित किए जा रहे हैं, मैं उन सभी को हृदय से धन्यवाद देता हूं। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि यह सहायक उपकरण वितरण कार्यक्रम सहयोग करने का प्रयास है। इससे दिव्यांगजनों के किसी अन्य व्यक्ति पर आश्रित होने के भाव को कम किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि ऐसे दिव्यांग व्यक्ति जिनके पास आय का कोई ज़रिया नहीं है, उनके सहायक उपकरण खराब होने अथवा मरम्मत के लिए उन्हें किसी से ना कहना पड़े, इसके लिए उन्होंने दमोह लोकसभा सांसद होने के दौरान यह तय किया था कि समाज के ही सामर्थ्यवान लोगों द्वारा इन उपकरणों की मरम्मत का जिम्मा लिया जाये। इसी क्रम में आज नगर पालिका अध्यक्ष श्री नीरज दुबे ने इन दिव्यांग व्यक्तियों के उपकरणों के सुधार कार्य के लिए यह बीड़ा उठाया है। जनप्रतिनिधियों की यह ज़िम्मेदारी है कि वे अपना हर संभव सहयोग प्रदान करें। अपने- अपने क्षेत्र के दिव्यांगों को चिन्हित कर इसकी सूची तैयार करें और समाजसेवा का यह संकल्प लेकर जायें।
कार्यक्रम में मंत्री श्री पटेल व अन्य अतिथियों ने 18 मोटराइज्ड ट्रायसिकल, 31 ट्राईसिकल, 34 बैशाखी, 15 वाकिंग स्टिक, 12 श्रवण यंत्र, 17 कृत्रिम अंग, 8 सुगम केन, 10 एल्बो क्रंच सहित अन्य उपकरण वितरित किये गये। उन्होंने हितग्राहियों को फूल माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर शुभकामनायें भी दी।