बंद हो चुके जिला अस्पताल की 2 यूनिट में चोरी की वारदात
उज्जैन। मेडिकल कॉलेज बनाने के लिये 102 साल पुराने जिला अस्पताल को एक माह पहले बंद कर दिया गया था। जिसकी शिफ्टिंग का काम अब भी जारी है। इस बीच रविवार को जिला अस्पताल की 2 यूनिट में चोरी की वारदात होना सामने आया। जिला अस्पताल परिसर में संभागीय ई-वैक्सीनेशन कक्ष और उसके ठीक सामने डिजीटल एक्सरे यूनिट बनी हुई है। एक्सरे यूनिट को शिफ्टि किये जाने का काम जारी है। मशीने चरक भवन पहुंचाई जा चुकी है, लेकिन अब भी यूनिट में पुराना रिकार्ड, मशीनों के कुछ पार्ट्स और अलमारियां रखी हुई है। वहीं वैक्सीनेशन कक्ष में भी उपचार संबंधी सामग्री रखी हुई है। एक माह पहले बंद हो चुके अस्पताल में अब सन्नाटा पसरा रहता है। रविवार शाम को परिसर में रहने वाले कर्मचारी शाकीर खान ने अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों को एक्सरे यूनिट का ताला खुला और लाईट चालू होने की सूचना दी। यूनिट प्रभारी दिलीप बोटके पहुंचे तो अंदर रखी अलमारी टूटी हुई थी और दस्तावेज बिखरे हुए थे। अज्ञात बदमाश ने पूरे कक्ष का सामान अस्त-व्यस्त कर दिया था। एक्सरे यूनिट के ठीक सामने संभागीय ई-वैक्सीनेशन कक्ष का ताला भी टूटा होना सामने आया। अस्पताल परिसर में कक्षों में चोरी की सूचना मिलते ही आरएमओ डॉ. नितराज गौड़ अस्पताल पहुंच गये थे। उन्होने मामले की शिकायत कोतवाली थाना पुलिस को की। पुलिस जांच के लिये पहुंची और मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। बताया जा रहा था कि बदमाश दोनों यूनिट से कुछ खास सामान चोरी कर नहीं ले गये है। विदित हो कि 15-20 दिन पहले बंद हो चुके जिला अस्पताल के डायलेसिस कक्ष में 2 बार चोरी की वारदात होना सामने आई थी। बदमाश यहां से तांबे की केबल काटकर ले गये थे, जो मशीनों को जोड़ने के लिये लगाई गई थी। उसके बाद डायलेसिस कक्ष को माधवनगर अस्पातल में शिफ्ट कर दिया गया था यहीं नहीं पूर्व में यहां अस्पताल भवन के पीछे चल रहे निर्माण के दौरान पिल्लरों में लगे लोहे के सरिये काटकर चोरी कर लिये गये थे। लगातार चोरी होने और मामले की शिकायत पुलिस को की गई, बावजूद अब तक बदमाशों का पता नहीं चल पाया है।