सरकार कलेक्टर्स के जरिए बिजली बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं की बकाया वसूली कराएगी
उज्जैन। शहर में यदि कोई बिजली के बिल की राशि नहीं चुका रहा है तो उसे सावधान होने की जरूरत है। क्योंकि बिजली कंपनी अब बिल राशि वसूली के लिए जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस की भी मदद लेने वाली है।
बैंक अकाउंट्स की जानकारी अब सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को रखनी होगी
दरअसल, इस समय तीनों कंपनियों के उपभोक्ताओं पर 11,560 करोड़ रुपए बकाया हैं। इस पर 3173 करोड़ रुपए का अधिभार भी है। बकाया बिलों की वसूली के लिए अब तय किया गया है कि बिजली बिल बकाया है तो इसकी वसूली आपके साथ आपके घर में रहने वाले पिता, मां, भाई, बहन, पत्नी में से किसी एक के बैंक अकाउंट से की जाएगी। इसके लिए मध्यप्रदेश में बिजली कंज्यूमर्स और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक अकाउंट्स की जानकारी अब सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को रखनी होगी। इन बैंक अकाउंट की जानकारी मिलने के बाद सरकार कलेक्टर्स के जरिए बिजली बिल जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं की बकाया वसूली कराएगी। राज्य शासन ने इसके लिए जिला स्तरीय कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह कमेटी कंज्यूमर की केवाईसी कराएगी। डेटा एनालिसिस के आधार पर ऐसे कंज्यूमर्स की पहचान की जाएगी, जो सक्षम होने के बाद भी बिजली का पूरा बिल नहीं देकर गलत लाभ ले रहे हैं। हालांकि, कितना बकाया होने पर इस तरह की कार्रवाई की जाएगी और परिवार के सदस्यों से बैंक अकाउंट से वसूली किस तरह की जाएगी।