सरकारी अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा की चिंता…पैनिक बटन दबाते ही पुलिस की मदद मिलेगी
उज्जैन। पूरे प्रदेश के साथ ही उज्जैन जिले में भी संचालित सरकारी अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा
की चिंता अब सूबे की मोहन सरकार ने की है। मोहन सरकार ने अस्पतालों में पैनिक बटन लगाने की तैयारी की है। पैनिक बटन दबाते ही पुलिस महिलाओं की मदद के लिए संबंधित अस्पताल में पहुंच जाएगी। सरकार सभी सरकारी अस्पतालों को पिंक अलार्म से लैस करेगी।
की चिंता अब सूबे की मोहन सरकार ने की है। मोहन सरकार ने अस्पतालों में पैनिक बटन लगाने की तैयारी की है। पैनिक बटन दबाते ही पुलिस महिलाओं की मदद के लिए संबंधित अस्पताल में पहुंच जाएगी। सरकार सभी सरकारी अस्पतालों को पिंक अलार्म से लैस करेगी।
दरअसल सरकार को अस्पताल में आने वाली महिलाओं और महिला स्टाफ की सुरक्षा की चिंता है। लिहाजा सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों को पिंक अलार्म से लैस करने का फैसला लिया है। यह कदम पश्चिम बंगाल और अन्य प्रदेशों के अस्पतालों में होने वाली महिलाओं के साथ घटनाओं को देखते हुए उठाया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक पिंक अलार्म को अस्पताल में ओपीडी, ड्यूटी रूम, पार्किंग, कारिडोर जैसी कई जगहों पर एक साथ लगाया जाएगा। इसमें भी ऐसे स्थान का चयन किया जाएगा, जहां पर महिलाओं को आसानी हो। इसके साथ ही अस्पताल में एक सायरन भी लगाया जाएगा, जो इसी पैनिक बटन से जुड़ा होगा। इससे पुलिस को सूचना पहुचने के साथ ही खतरे का सायरन भी अस्पताल परिसर में बजने लगेगा, जिससे की तत्काल स्थानीय स्तर पर भी तत्काल मदद मिल सकेगी।
मेडिकल अलर्ट सिस्टम भी कहते हैं
पैनिक बटन इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसका इस्तेमाल आपातकालीन स्थिति में किसी भी व्यक्ति द्वारा मदद पाने के लिए किया जाता है। अस्पतालों में लगने वाले इस बटन को मेडिकल अलर्ट सिस्टम भी कहते हैं। इसे अस्पताल में ऐसी जगह लगाया जाता है, जहां लोग कम जाते हैं। इसमें बटन के ऊपर पैनिक लिखा होगा। यह बटन गुलाबी रंग का होता है। इसमें सेंसर लगा होता है। इसका बजर अस्पताल की छत पर लगा रहता है। जब किसी तरह की आकस्मिक घटनाएं होती हैं तो सायरन बजने लगता है, जिससे सुरक्षा कर्मचारी या पुलिस महकमा सतर्क हो जाता है।