एमपी में नेता पुत्रो के भविष्य को लेकर चिंताएं, कांग्रेस में बड़े नेताओं को सबसे ज्यादा पीड़ा
इंदौर। कांग्रेस में चर्चा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने एक्स एमपी पुत्र नकुलनाथ के करियर को लेकर चिंतित हैं। इसलिए शायद वो दबाव की राजनीति कर रहे हैं। 9 महीने बाद यह दूसरी बार है जब कमलनाथ के भाजपा में जाने की खूब चर्चा हो रही है। हालांकि कमलनाथ ने अपने मीडिया सलाहकार के जरिए इस बात का खंडन किया है लेकिन अटकलें हैं कि रुकने का नाम नहीं ले रही। दरअसल कमलनाथ दिग्विजय सिंह के पुत्र के जयवर्धन तरह नकुलनाथ को प्रदेश के राजनीति में एस्टेब्लिश करना चाहते हैं।
यही वजह है कि वो प्रदेश कांग्रेस कमेटी पर लगातार दबाव बनाए रखना चाहते हैं। हालांकि खुद कांग्रेसी मानते हैं कि जयवर्धन सिंह और नकुलनाथ के टेंपरामेंट, अप्रोच और स्टाइल ऑफ फंक्शनिंग में बहुत अंतर है। जयवर्धन सिंह को तो दिग्विजय सिंह से भी अच्छा नेता माना जाता है। वो दिग्विजय सिंह के मुकाबले ज्यादा डिग्निटी के साथ राजनीति करते हैं।
जयवर्धन सिंह की पॉलिटिकल इमेज सौम्य और मिलनसार राजनेता की है। इसके विपरीत नकुलनाथ कॉर्पोरेट शैली में राजनीति करते हैं। उन्हें ज्यादा लोगों से मिलना पसंद नहीं है। जयवर्धन सिंह अपने निर्वाचन क्षेत्र में लगातार पदयात्रा करते हैं। जबकि नकुल नाथ छिंदवाड़ा जैसा लोकसभा क्षेत्र भी मेंटेन नहीं कर सके।
इसके बावजूद पुत्र मोह में कमलनाथ नकुलनाथ को राजनीति में आगे करने की जिद पर अड़े हुए हैं। दरअसल, हाल के पीसीसी गठन में जयवर्धन सिंह को प्रदेश में महत्वपूर्ण उपाध्यक्ष बनाया गया। जबकि नकुलनाथ को 28 सदस्यीय पॉलीटिकल मैनेजमेंट कमेटी में रखा गया है।
जाहिर है नकुलनाथ के कम महत्व से कमलनाथ विचलित हैं। इसी वजह से शायद उनके भाजपा में जाने की खबरें उड़ती रहती हैं। सबसे दिलचस्प बात यह है कि पिछली बार जब इस तरह की खबरें उड़ी तो कमलनाथ ने काफी समय बाद खंडन किया।
इस बार भी उन्होंने खुद सफाई देने की बजाय अपने मीडिया सलाहकार को आगे रखा है। दरअसल कमलनाथ के बीजेपी में शामिल की खबर तेजी से वायरल हुई थी। अब एक बार फिर से सोशल मीडिया पर कमलनाथ के दल बदलने की खबर जोरों पर चल रही है। मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के
बाद उनके मीडिया एडवाइजर ने इसका खंडन किया है।
पूर्व सीएम कमलनाथ के मीडिया सलाहकार ने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि कमलनाथ कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही हैं। नाथ मध्यप्रदेश और देश में कांग्रेस पार्टी के हाथ मजबूत किए हैं। उन्होंने लिखा कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और स्व. इंदिरा गांधी के तृतीय पुत्र माने जाने वाले कमलनाथ जी के विषय में कुछ न्यूज चैनल सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरें चला रहे हैं।
इस तरह की खबरें पूरी तरह असत्य हैं। गौरतलब है कि साल भर के अंदर ही कमलनाथ के पार्टी छोड़ने की चर्चा दूसरी बार शुरू हुई है। करीब 9 महीने पहले पूर्व सीएम कमलनाथ और उनके बेटे नकुल नाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें शुरू हुई थीं।
उस दौरान कमलनाथ, नकुल नाथ ने बीजेपी में जाने को लेकर न तो इनकार किया था और न ही यह कहा था कि वे बीजेपी में जा रहे हैं। इस बार भी कमलनाथ की ओर से जितना स्पष्टीकरण आ रहा है उतना भ्रम बढ़ रहा है।