कान और सिर पर गहरे जख्म, 12 टांके लगे स्ट्रीट डॉग के हमले में फिर 7 साल की मासूम लहूलुहान
उज्जैन। स्ट्रीट डॉग का आतंक कम होता दिखाई नहीं दे रहा है। एक बार फिर मंगलवार ग्राम कोयलखेड़ी से 7 साल की मासूम को लहूलुहान हालत में चरक भवन लाया गया। मासूम का चेहरा और सिर बुरी तरह से जख्मी था। एक कान भी कट गया था। मासूम को 12 से 13 टांके लगाना पड़े है।
घट्टिया तहसील के ग्राम कोयलखेड़ी से ऋषिका पिता सौदान 7 वर्ष को शाम 7 बजे परिजन चरक भवन लेकर पहुंचे है। बालिका का चेहरा और सिर के साथ कान बुरी तरह से जख्मी था। मासूम के अंकल माखन चौहान ने बताया कि ऋषिका शाम 5-6 बजे के लगभग घर के बाहर आसपास रहने वाले बच्चों के साथ खेल रही थी। उसी दौरान एक कुत्ता आया और उसने ऋषिका पर हमला कर दिया। कुत्ते बचने में गिरी ऋषिका के सिर और चेहरे का उसने बुरी तरह नोंच लिया। गांव में रहने वाले युवक और बालिका की मां ने उसे बचाया, नहीं तो कुत्ता जान से मार देता। डॉक्टरों ने बालिका का एक कान कटा होने के साथ सिर में गहरे जख्म होने पर 12 से 13 टांके लगाने के बाद उपचार के लिये भर्ती किया है। मासूम कुत्ते के हमले से बुरी तरह दहशत में दिखाई दे रही है। मासूम के अंकल का कहना था कि ऋषिका कक्षा दूसरी की छात्र है। पिता मजदूरी करते है और राजस्थान गये हुए है। परिवार काफी गरीब परिस्थिति में अपना जीवन ज्ञापन कर रहा है।
सोमवार को 6 साल का बालक हुआ था शिकार
स्ट्रीट डॉग के हमले में सोमवार शाम कमलानेहरू नगर नानाखेड़ा में रहने वाला 6 साल का बालक हर्षित पिता भूपेश तिवारी घर के बाहर खेलते वक्त स्ट्रीट डॉग का शिकार हो गया था। स्ट्रीट डॉग ने उसे भी बुरी तरह से जख्मी किया था। बालक का चेहरा और सिर जख्मी हुआ है। जिसका उपचार भी चरक भवन में चल रहा है। लगातार सामने आते मामलों के बाद भी शासन-प्रशासन और नगर निगम स्ट्रीट डॉग को लेकर सख्त निर्णय नहीं ले पा रहा है।
गली-मोहल्लो में घूम रहे बैखोफ
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के गली-मोहल्लों में स्ट्रीट डॉग बैखोफ दौड़ रहे है। नगर निगम नसबंदी का हवाला दे रहा है, बावजूद इनकी संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। निगम का अभियान भी दिखावा साबित हो रहा है। पिछले 4-5 माह में स्ट्रीट डॉग के हमलों के भयावह मामले सामने आ चुके है। अंधेरा ढलने के बाद स्ट्रीट डॉग गुजरते वाहनों के पीछे लपक रहे है। जिसके चलते दुर्घटना का भय भी बना हुआ है।