लालपुल से गिरफ्त में आये चाकूबाजी करने वाले 3 बदमाश
उज्जैन। महाकाल मंदिर सुरक्षा गार्ड को घर से बाहर बुलाकर चाकू मरने वाले बदमाशों को 8 दिन बाद लालपुल के पास पुलिस ने घेराबंदी कर दबोच लिया। बदमाशों ने बुलेट से भागने का प्रयास किया था। गिरने पर हाथ-पैर में चोंट लगी है। मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से तीनों को जेल भेजा गया है।
नीलगंगा थाना पुलिस को सोमवार रात खबर मिली कि ध्रुवनगर में चाकूबाजी करने वाले 3 बदमाश बुलेट से लालपुल के आसपास घूम रहे है। तीनों घटनाक्रम के 8 दिन बाद दिखाई दिये है। थाना प्रभारी तरूण कुरील, एसआई सुरेन्द्र गरवाल, प्रधान आरक्षक दिग्विजयसिंह, राहुल कुशवाह और आरक्षक लोकेश प्रजापत के साथ घेराबंदी करने पहुंचे। बदमाशों ने पुलिस को देख बुलेट से भागने का प्रयास किया, पुलिस ने वाहन से पीछा किया तो कुछ दूरी पर जाने के बाद बदमाशों की बाइक स्लिप हो गई। तीनों गिरने से घायल हो गये। पुलिस टीम ने तीनों को दबोचा और रात में ही अस्पताल लेकर पहुंची। तीनों को हाथ-पैर में चोंट लगी थी। प्राथमिक उपचार के बाद थाने लाया गया। तीनों की निशानदेही पर बुलेट और चाकू बरामद किया गया। थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि तीनों चाकूबाजों दीपक पिता जगदीश 21 वर्ष निवासी ध्रुवनगर जयसिंहपुरा, गोली पिता बंटू माली भगतसिंह मार्ग और अमन पिता विजयसिंह ठाकुर निवासी राजीव रत्न कालोनी की 8 दिनों से तलाश थी। चाकू मारने वाले दीपक के खिलाफ पूर्व में भी छेड़छाड़, मारपीट, धमकाने के 4 प्रकरण दर्ज है। तीनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है।
घर के बाहर बुलाकर मारे थे चाकू
3 नम्बर को ध्रुवनगर में रहने वाले मोहित पिता किशनलाल खिंची को तीनों बदमाशों ने घर से बाहर बुलाया था और बात करने के बहाने कुछ कदम की दूरी पर ले गया थे। एक बात कर रहा था, दूसरे ने पीछे से ताबातोड़ चाकू से वार करना शुरू कर दिया था। मोहित का शोर सुनकर मां बाहर आई थी, तभी बदमाश बुलेट पर सवार होकर भाग निकले थे। बदमाश महाकाल मंदिर में सुरक्षा गार्ड है बदमाश उस पर जबरन वसूली का दबाव बना रहे थे। चाकूबाजी में मोहित के घायल होने पर पुलिस पहुंची थी। इस दौरान वहां लगे कैमरों से घटनाक्रम का फुटेज भी सामने आया था।