अमेरिका ने भारत को लौटाई 10 मिलियन डॉलर की चुराई कलाकृतियां
वाशिंगटन। अमेरिका ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारत को 1,400 से अधिक चुराई गई कलाकृतियां वापस लौटा दी हैं, जिनकी कीमत लगभग 10 मिलियन डॉलर है। यह कदम दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से चुराए गए कला और प्राचीन वस्त्रों की वापसी की एक वैश्विक पहल का हिस्सा है। इनमें से कई वस्तुएं न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजिÞयम आॅफ आर्ट में हाल ही में प्रदर्शित हो रही थीं। इनमें से एक विशेष वस्तु है, जो एक बलुआ पत्थर (रेत के पत्थर) की मूर्ति है, जिसे ‘आकाशीय नर्तकी’ के रूप में जाना जाता है। यह मूर्ति मध्य भारत से चोरी की गई थी, फिर लंदन पहुंची और बाद में एक मेट म्यूजिÞयम के संरक्षक को अवैध रूप से बेची गई।
इसके बाद इसे म्यूजिÞयम को दान कर दिया गया था। इस वापसी का श्रेय न्यूयॉर्क की मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी आॅफिस की लंबी और जटिल जांच को जाता है, जो अवैध कला व्यापार से जुड़ी कई लूटपाट नेटवर्क की जांच कर रही है। इनमें प्रमुख नाम नैंसी वीनेर और प्रसिद्ध पुरावस्तु सौदागर सुभाष कपूर का है, जिन्हें एक बहु-मिलियन डॉलर के लूट नेटवर्क चलाने के लिए 10 साल की सजा दी गई है।