साल के अंत में शुरू हो सकता है महाकाल के पीछे बना रुद्रसागर पैदल ब्रिज

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– निर्धारित तारीख से तो पूरे एक साल लेट चल रहा निर्माण, अब जाकर पूरा होने को आया

फोटो – 

पैदल ब्रिज: एक नजर

200

मीटर लंबा है यह ब्रिज

19 

मीटर चौड़ाई है इसकी

2022 

में यह बनना शुरू हुआ

2024 

में बनकर तैयार हो गया

25

करोड़ रुपए निर्माण में खर्च

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 

महाकाल मंदिर के पीछे रुद्रसागर पर बना पैदल ब्रिज साल के अंत में यानी दिसंबर में चालू हो सकता है। क्योंकि यह लगभग बनकर तैयार हो चुका है। हालांकि निर्माण की बात करे तो यह निर्धारित तारीख से पूरे एक साल लेट बना है। उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने सागर के ऊपर बीच में यह ब्रिज बनाया है। 

ब्रिज बनने से सबसे बड़ा लाभ भीड़ 

प्रबंधन, लोगों को नया  रास्ता मिलेगा 

– इस ब्रिज के बनने के बाद महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी। 

– साथ ही महाकाल मंदिर में जल्द शुरू होने वाले लेजर लाइट एंड साउंड शो का भी श्रद्धालु इस ब्रिज पर खड़े होकर आनंद ले सकेंगे। 

– ब्रिज दिसम्बर में चालू होने की पूरी संभावना है।  

– त्योहारों के समय भीड़ प्रबंधन के लिए यह ब्रिज काफी मददगार साबित होगा।

2023 में ही इसे बनना था लेकिन 

तकनीकी कारणों से देरी हुई

मंदिर के पीछे बने महाकाल लोक में शक्ति पथ से मानसरोवर गेट तक जाने के लिए 2 साल पहले मई-2022 में इस ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। वैसे इसे नवंबर 2023 में ही बनकर तैयार हो जाना चाहिए था। लेकिन तकनीकी कारणों के चलते इसे बनाने में एक साल की देरी हो गई। अब जाकर ब्रिज का काम अंतिम चरण में पहुंचा है। उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने पिछले दिनों इसके निर्माण कार्य का निरीक्षण कर कहा था कि ब्रिज को दिसंबर अंत तक आम श्रद्धालुओं के उपयोग हेतु खोला जा सकता है।

चारधाम, नृसिंह घाट व हरसिद्धि से 

श्रद्धालु सीधे महाकाल जा सकेंगे

इस पैदल ब्रिज के बनने से चारधाम, नृसिंह घाट या हरसिद्धि की ओर से आने वाले श्रद्धालु सीधे  महाकाल मंदिर पहुंच  जाएंगे। श्रद्धालुओं को मंदिर जाने के लिए एक नया रास्ता उपलब्ध होगा। पुल का एक छोर चारधाम मंदिर स्थित पानी की टंकी के पास माधव गंज हायर सेकेंडरी स्कूल के सामने रहेगा तो दूसरा छोर महाकाल लोक में बने फैसिलिटी सेंटर-2 के सामने खत्म होगा। 

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