15 दिसंबर तक लगातार त्योहार फिर एक महीने मलमास
– मांगलिक कार्य रुक जाएंगे, इसके पहले राम विवाह पंचमी, गीता जयंती का उत्सव
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
धार्मिक नगरी उज्जैन में साल भर ही त्योहारों की धूम रहती है। हाल ही की बात करे तो अभी 15 दिसंबर लगातार त्योहार आएंगे फिर मलमास लग जाएगा। एक महीने तक मांगलिक कार्य भी रुक जाएंगे। पहले राम विवाह पंचमी आएगी फिर गीता जयंती का उत्सव मनेगा।
दिसंबर के महीने में कई तीज-त्योहार आ रहे हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि अगहन शुक्ल पक्ष में कई पर्व आएंगे जिसमें मंदिरों में उत्सव होंगे तो शिप्रा में नहान, दान-पुण्य से लेकर अनेक धार्मिक कार्यक्रम किए जाएंगे। इसमें भगवान राम का विवाह उत्सव, गीता जयंती का उत्सव होगा तो सूर्य पूजा से लेकर पूर्णिमा व्रत आदि सब आएंगे। भगवान दत्त का जन्मोत्सव भी मंदिरों में धूमधाम से मनाया जाएगा।
जाने कौन से त्योहार
किस तारीख में आएंगे
– 6 दिसंबर को विवाह राम विवाह के रूप में मनाई जाएगी। इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता जी का विवाह हुआ था, इसलिए हर साल यहां अंकपात के पास प्राचीन राम जनार्दन मंदिर में राम सीता के विवाह की सालगिरह महाआरती कर मनाई जाएगी।
– 8 दिसंबर को रविवार और भानु सप्तमी पर्व का संयोग बन रहा है। इस दिन व्रत रखकर सूर्य पूजा करते हैं।
– 11 दिसंबर को गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी मनाई जाएगी। इस बार शहर में चार दिनों तक गीता जयंती पर कार्यक्रम होने वाले हैं।
– 14 दिसंबर को दत्त जयंती है। इस दिन महाकाल मंदिर के बाहर, दत्त अखाड़ा व सिंहपुरी सहित शहर के अनेक प्राचीन दत्त मंदिरों में आरती-पूजा के आयोजन होंगे व धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाएंगे।
– 15 दिसंबर को पूर्णिमा के साथ सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेगा, इसलिए धनु संक्रांति पर्व होगा। इस दिन शिप्रा स्नान कर दान-पुण्य करने की परंपरा है।
14 जनवरी को मकर संक्रांति
पर्व पर समाप्त होगा मलमास
मलमास 15 दिसंबर से शुरू होकर एक माह तक रहेगा। इस दौरान विवाह आदि कोई शुभ व मांगलिक कार्यक्रम नहीं किए जा सकेंगे। मलमास में मुहूर्त नहीं होने से इन कार्यों को नहीं किया जा सकता है। जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे तब शुभता की शुरुआत होगी और मलमास खत्म होगा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व के साथ ही शुभ व मांगलिक कार्य शुरू होंगे।