शिप्रा में आस्था की डुबकी लगाने उतरा युवक डूबा
उज्जैन। दोस्तों के साथ धार्मिक यात्रा पर आया युवक शनिवार सुबह आस्था की डुबकी लगाने रामघाट पर पहुंचा था। उसे तैरना नहीं आता था और शिप्रा की गहराई को अनजान था। डुबकी लगाते ही गहराई में चला गया। तैराक उसे बाहर निकालते सांसे थम चुकी थी। भिंड के गोहदा में रहने वाला राहुल पिता रामलखन पाल 22 वर्ष की कुछ माह पहले इंफोसिस कंपनी इंदौर में नौकरी लगी थी। वह शनिवार सुबह इंटरसिटी एक्सप्रेस से बाबा महाकाल के दर्शन करने दोस्त प्रवीण गुप्ता और निशांत के साथ उज्जैन पहुंचा। तीनों दोस्त महाकाल दर्शन से पहले आस्था का नहान करने के लिए शिप्रा नदी के रामघाट पर पहुंचे। तीनों को तैरना नहीं आता था और शिप्रा नदी की गहराई से अनजान थे। बावजूद तीनों घाट पर नहाने के लिए पानी में उतरे। तभी राहुल का पैर पानी में डूबी सीढिय़ों पर फिसल गया और वह पानी की गहराई में चला गया। दोस्त पहले कुछ समझ नहीं पाए लेकिन उसे डूबता देखा तो शोर मचाया। राहुल डूब चुका था। घाट पर तैनात तैराक दल के सदस्य आवाज सुनकर पहुंचे और छलांग लगाकर राहुल की तलाश में जुट गए।