अधिकारी बन गए पर अभी भी प्रशिक्षण की जरूरत है-कलेक्टर
वन अधिकार समिति की बैठक में अजाक की सहायक आयुक्त नहीं दे पाई नियमों की जानकारी
इंदौर। बैठक में तैयारी करके नहीं आए तुम्हें नियम ही नहीं पता है और अधिकारी बन गए अभी प्रशिक्षण की आवश्यकता है पहले नियम पढ़ो फिर कोई निर्णय लो।
यह बात कलेक्टर आशीष सिंह वन अधिकार समिति की बैठक में आदिम जाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त सुप्रिया बिसेन को विभिन्न कार्यों की अनुमति के लिए आवेदन और माननीय करने पर कहीं।
अनुसूचित जनजाति और अन्य परम्परागत वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम के तहत गठित वन अधिकार समिति की बैठक में जिले के महू क्षेत्र के सामुदायिक वन अधिकारों का निर्धारण किया गया।
बैठक में वन मण्डलाधिकारी महेन्द्र सिंह, सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण सुप्रिया बिसेन, सदस्य दिनेश सिंह चौहान मुख्य रूप से मौजूद थे।
बैठक में जिले के महू क्षेत्र के बड़ी उमठ, छोटी उमठ, रसकुण्ड़िया, तेलनमाल तथा उमठ, नाहर झाबुआ और नेहरू वनग्राम के सामुदायिक वन अधिकारों के संबंध में चर्चा की गई। इस दौरान रास्ता, कुआं, स्कूल और अन्य निर्माण को लेकर चर्चा हुई जिसमें से कुछ आवेदन आदिम जाति कल्याण विभाग में अमान्य कर दिए थे।
उनकी जानकारी और नियम को लेकर कलेक्टर ने सहायक आयुक्त को बताया कि यह कार्य अमान्य योग्य है ही नहीं।
जहां निर्माण कार्य होना है वहां अनुमति लेना आवश्यक है और जो कार्य पहले से ही हैं उनमें थोड़ा सुधार किया जा सकता है। सभी के लिए वन अधिकार अधिनियम में विस्तृत निर्देश दिए गए हैं उनको पहले पड़े फिर निर्णय ले।