देर शाम होते ही सन्नाटा, लेकिन दूध पीकर सेहत भी बना रहे लोग
कचोरी और समोसे की ग्राहकी में उठाव, दुकानों पर भीड़
उज्जैन। उज्जैन में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है और देर शाम होने के साथ ही सड़कों पर सन्नाटा दिखाई देने लगा लेकिन बावजूद इसके लोग दूध पीकर भी सेहत बना रहे है। दरअसल ठंड में गरमा गरम दूध और जलेबी का सेवन करने का आनंद ही अलग होता है लिहाजा लोग ठंड होने के बावजूद भी रात के समय दूध पीते हुए दुकानों पर नजर आ सकते है।
वैसे चिकित्सकों का यह कहना है कि ठंड में पाचन शक्ति अच्छी रहती है, अर्थात जो खाए वह सब पच जाता है वहीं सेहत बनाने के लिए भी यह मौसम अच्छा ही होता है, इस दृष्टि से भी लोग सुबह सबेरे घूमते नजर आ रहे है तो वहीं दूसरी ओर रात के समय शहर की उन प्रसिद्ध होटलों आदि में पहुंचकर दूध, जलेबी आदि का सेवन करते दिखाई दे रहे है जो इन दोनों वस्तुओं के लिए पहचानी जाती है। हालांकि
दूध पीने और जलेबी खाने वाले लोगों का यह कहना है कि ठंड में घर से आने जाने में परेशानी जरूर होती है लेकिन यह मौसम ही ऐसा है कि इनका रसास्वादन करने का आनंद अलग है। लिहाजा ठंड कितनी ही क्यों न पड़े गरमागरम दूध का सेवन जरूर किया जाता है। इधर दूसरी तरफ नमकीन की ग्राहकी में भी बढ़ोतरी होने की बात दुकान संचालकों ने की है। विशेषकर कचोरी समोसे, आलूबड़े आदि की मांग ज्यादा है और यही कारण है कि इनकी दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है। इसके अलावा पोहे जलेबी का आनंद लेते हुए भी लोग सुबह सबेरे नजर आ सकते है। वैसे भी मालवा के इस उज्जैन शहर में खाने पीने वालों की कमी नहीं है वहीं यहां का स्वाद भी गजब का है।