बंद मकान में मिली सेवानिवृत्त मैनेजर की लाश
उज्जैन। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) से सेवानिवृत इंजीनियर की गुरुवार को बंद मकान से लाश मिलना सामने आया है। मैनेजर अकेले निवास करते थे। भोपाल से पुत्र के आने पर खिड़की तोड़ी गई। रसोई घर में गिरने से सिर में लगी चोट से मौत होना पाया गया है।
महानंदा नगर के मकान नंबर 32/3 में भारतीय हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड से सेवानिवृत मैनेजर सुरेश पिता विश्वनाथ त्रिवेदी 84 वर्ष अकेले रहते थे। उनकी बेटी विदेश में है और पुत्र सुशील भोपाल में निवास करता है। बुधवार सुबह से वह दिखाई नहीं दिए थे। गुरुवार सुबह उनके मकान के सामने रहने वाले शर्मा परिवार ने उन्हें आवाज लगाने का प्रयास किया लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था और काफी देर बाद भी नहीं खुला। शर्मा परिवार ने भोपाल में रहने वाले पुत्र को कॉल कर दरवाजा नहीं खुलने की जानकारी दी। दोपहर में पुत्र उज्जैन पहुंचा। मामले की सूचना माधवनगर पुलिस को दी गई। टीआई राकेश भारती महानंदा नगर पहुचे। दरवाजे के पास लगी खिड़की को तोड़ा गया। अंदर जाने के बाद दरवाजा खोला गया। कमरो में देखने पर रसोईघर में सुरेश त्रिवेदी जमीन पर पड़े मिले। सिर में चोट लगी थी। जांच के लिये एफएसएल टीम को बुलाया गया। पता चला कि गिरने से सिर में लगी चोट के चलते उनकी मौत हुई है। घटनाक्रम को 24 घंटे से अधिक का समय हो चुका है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया। आसपास के लोगों ने बताया कि सुरेश त्रिवेदी अकेले रहते थे और प्रतिदिन सुबह 1 लीटर दूध लेकर वापस लौटते थे। दोपहर और शाम का खाना होटल में खाते थे। शर्मा परिवार को बुधवार सुबह से दिखाई नहीं देने के बाद घटनाक्रम सामने आया है। टी आई भारती के अनुसार दरवाजा अंदर से बंद होने पर किसी प्रकार का संदेह दिखाई नहीं दे रहा है। संभवत दिल का दौरा पड़ने से गिरने के बाद चोट लगी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह स्पष्ट हो जाएगी। मामले में मर्ग कायम किया गया है।