महाकालेश्वर के शिखर दर्शन अब शिप्रा तट रामघाट से आने वाले श्रद्धालु भी कर सकेंगे
– मंदिर के बाहर शिखर दर्शन योजना में 16 करोड़ रुपए के काम हो रहे
– इससे आने वाले नए साल 2025 में श्रद्धालु को कई नई सुविधाएं मिलेगी
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के शिखर दर्शन अब आने वाले समय में श्रद्धालु हरसिद्धि मंदिर व शिप्रा के रामघाट की ओर से आने वाले श्रद्धालु भी कर सकेंगे। इसके लिए बड़े गणेश के पास वाला नया मार्ग नवनिर्माण होने के बाद तैयार हो गया है।
इस क्षेत्र में अब इस प्रकार के निर्माण किए गए है कि मार्ग से आ रहे श्रद्धालुओं को दूर से ही सीधे महाकाल मंदिर का शिखर नजर आने लगेगा। पहले यहां मकान बने हुए थे। जिन्हें शासन-प्रशासन ने कार्रवाई कर तोड़ दिया था। इसकी जगह अब मंदिर से जुड़े निर्माण कार्य चल रहे हैं जो लगभग पूरे होने को आए है। इसके आसपास के संपूर्ण क्षेत्र में 16.10 करोड़ रुपए की रुद्रसागर शिखर दर्शन परियोजना में काम चल रहा है। आने वाले नए साल 2025 में यह सारी सुविधाएं श्रद्धालुओं को मिलने लगेगी।
पूर्व में अन्न क्षेत्र और प्रवचन हॉल को हटाकर पीछे बना चुके शिखर दर्शन
मंदिर समिति पूर्व में रुद्रसागर की तरफ से पीछे की ओर बने अन्न क्षेत्र एवं प्रवचन हॉल की बिल्डिंग को हटाकर वैदिक आधारित लैंडस्केपिंग कर शिखर दर्शन का निर्माण कर चुकी है। समिति की इच्छा है कि भगवान महाकाल के शिखर दर्शन श्रद्धालुओं को चारों ओर से हो। मंदिर के पीछे की तरफ 52 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में कार्य चल रहे है।
पुजारी, अतिथि से लेकर पत्रकारों तक के लिए बनाए जा रहे कक्ष
मंदिर के पीछे की तरफ जो निर्माण चल रहे है उसमें पुजारी कक्ष, विशिष्ट अतिथि कक्ष, भोग सामग्री, रसोई कक्ष और मीडिया कक्ष बनाए जा रहे हैं जहां कवरेज आदि करने वाले पत्रकार कर सकेंगे। इसमें सबसे महत्वपूर्ण शिखर दर्शन पर काम हुआ है जिसमें बड़ा गणेश के सामने वाले मार्ग से अतिक्रमण हटाकर नव निर्माण किया गया जहां से श्रद्धालुओं को सीधे शिखर दर्शन भी होंगे।