पहली बार प्राइवेट परीक्षार्थियों काे 15 दिन जाना हाेगा कॉलेज
सीसीई और प्रैक्टिकल में भी शामिल होना होगा, नई एजुकेशन पॉलिसी में नया पैटर्न किया गया लागू।
ब्रह्मास्त्र इंदौर। नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत पहली बार होने जा रही बीकॉम, बीए प्रथम वर्ष की प्राइवेट परीक्षा में सारे नियम बदल गए हैं। ऐसा पहली बार होगा जब प्राइवेट छात्रों को मूल परीक्षा (थ्योरी) के अलावा 15 दिन कॉलेज जाना होगा। इस दौरान उन्हें कॉलेज (जिस सेंटर से फॉर्म भरेंगे) पहुंचकर सीसीई (कंटिन्यूस एंड कॉम्प्रेंसिव ईवैल्यूएशन) टेस्ट देना होगा।
इन छात्रों को हर विषय में कुल 30 अंकों के प्रैक्टिकल होने के कारण कॉलेज आना ही होगा। कम से कम 15 दिन यह प्रैक्टिकल, सीसीई व वायवा चलेंगे। एक विकल्प सीसीई न देने वाले छात्रों को दिया गया है। इसके तहत छात्र को स्वयं पोर्टल पर से अपने विषय चुनकर ऑनलाइन टेस्ट देना होगा। उस टेस्ट में ऑनलाइट ही नंबर अलॉट होंगे। यह नंबर प्रैक्टिकल के अंक माने जाएंगे।
अब तक यह होता था ?
अभी प्राइवेट छात्रों को या तो प्रैक्टिकल ही नहीं देना होता था या अनिवार्य प्रैक्टिल वाले इक्का-दुक्का विषय के लिए सिर्फ एक बार सेंटर पर जाना होता था। नई एजुकेशन पॉलिसी में बहुत कुछ बदल गया है। ऐसे में प्राइवेट छात्रों के लिए संबंधित सेंटर को ठीक उसी तरह व्यवस्था करना होगी, जैसी नियमित छात्रों के प्रैक्टिकल के लिए की जाती है।
15 मई के आसपास होगी परीक्षा
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत 15 मई के आसपास एग्जाम करवाने की तैयारी में है।
अब थ्योरी पेपर 80 के बजाय 70 का ही
नई शिक्षा नीति में अब बीकॉम, बीए और बीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा में मूल विषयाें में थ्याेरी का परचा 80 के बजाय 70 अंकाें का हाेगा, जबकि आंतरिक मूल्यांकन 20 के बजाय 30 अंकाें के हाेंगे। परीक्षा तीन घंटे की ही हाेगी। थ्याेरी 70 अंक की हाेगी, पास हाेने के लिए न्यूनतम 23 अंक लाना हाेंगे।