इंदौर में हजारों स्टूडेंट्स ने भरी हुंकार, मांगों पर अड़े
इंदौर। इंदौर में एमपीपीएससी के दफ्तर के सामने बुधवार को दिनभर प्रदर्शन के बाद रात में भी कड़ाके की ठंड के बीच हजारों स्टूडेंट्स डटे रहे। गुरुवार को भी वे बैठे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हम मांगें पूरी होने तक यहीं रहेंगे। ये प्रदर्शन नेशनल एजुकेडेट यूथ यूनियन के नेतृत्व में हो रहा है। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के बैनर तले बुधवार को स्टूडेंट्स ने एमपीपीएससी न्याय यात्रा निकाली। भंवरकुआं के पास स्थित डीडी पार्क से शुरू हुई यात्रा के साथ स्टूडेंट अलग-अलग रास्ते से होते हुए लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर पहुंचे। यहां पुलिस ने पहले से ही बैरिकेडिंग कर रखी थी। स्टूडेंट्स 2019 की मुख्य परीक्षा की कॉपियां दिखाने और मार्कशीट जारी करने समेत अपनी 9 मांगों को लेकर अधिकारियों को ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन, कई घंटों तक अभ्यर्थी लोक सेवा आयोग के बाहर ही सड़क पर बैठे रहे। यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि हम चाहते थे कि अधिकारी बाहर आकर हमारी बात सुनें। ऐसा नहीं होने पर अभ्यर्थी बाहर ही सड़क पर बैठ गए। दोपहर करीब 1 बजे से आयोग के बाहर बैठे स्टूडेंट्स रात भर से यहीं डटे हुए हैं।
यह आंदोलन चलता रहेगा
यूनियन की राष्ट्रीय कोर कमेटी सदस्य राधे जाट ने कहा बुधवार सुबह 10 बजे से प्रदर्शन शुरू हुआ। इसमें 10 से 15 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री जब तक हमारी मांगों का निराकरण लिखित में नहीं दे देते तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा। हमारी सभी मांगें जायज हैं, उन्हें पूरा करना पड़ेगा। आकृति लोधी ने बताया कि हम सुबह से बैठे हैं। एमपी लोकसेवा आयोग एक्जाम के बाद इंटरव्यू नहीं ले रहा है। रिजल्ट नहीं आ रहा है। इस वजह से बच्चे ओवर एज हो रहे हैं। हम सब रातभर यही रुकेंगे। सागर से आए हरि ठाकुर ने कहा कि मैं 6 साल से तैयारी कर रहा हूं। बिहार जैसे राज्य में पीएससी की 3 हजार पोस्ट आती हैं। लेकिन, एमपीपीएसी में सिर्फ 110 पोस्ट आती हैं। आयोग 100 सवाल भी सही नहीं बना पाता है। शहडोल जिले से आए शौर्य पटेल ने कहा- वैकेंसी कम आ रही हैं, उन्हें बढ़ाकर 700 से अधिक किया जाए। हमारा यह मानना है जब तक मांगें पूरी नहीं होती हैं यही रुकेंगे।