रोजगार दिलाने के दावों के बाद भी बढ़ रही है बेरोजगारों की संख्या

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उज्जैन। यूं भले ही उज्जैन जिले में बेरोजगारों का पंजीयन करने के लिए रोजगार कार्यालय हो वहीं स्वरोजगार और रोजगार दिलाने के भी दावे शासकीय स्तर पर किये जाते है लेकिन बावजूद इसके पूरे प्रदेश के साथ ही जिले में भी पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि जिले के साथ ही पूरे प्रदेश में बीते 6 माह के दौरान  35 हजार 186 बेरोजगार बढ़ गए हैं। वहीं, बीते 11 माह में रोजगार मेलों के माध्यम से 58 हजार 351 को निजी क्षेत्र में रोजगार दिलाया गया।

बच्चन के प्रश्न के लिखित उत्तर में

विधानसभा में कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के प्रश्न के लिखित उत्तर में कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री गौतम टेटवाल ने दी। बाला बच्चन ने बताया कि जुलाई के सत्र में सरकार से पंजीकृत बेरोजगारों की जानकारी मांगी थी, तब इनकी संख्या 25,82,759 थी। तब रोजगार कार्यालयों के माध्यम से निजी क्षेत्र में 2,32,295 आवेदकों को ऑफर लेटर दिए गए थे। वहीं, 20 दिसंबर 2024 की स्थिति रोजगार पोर्टल पर रोजगार के आकांक्षी पंजीकृत आवेदकों की संख्या 26,17, 945 है यानी छह माह में यह संख्या 35,186 बढ़ गई। 11 माह में केवल 58 हजार 351 को निजी क्षेत्रों में रोजगार मिला, जबकि दावा यह किया जाता है कि रोजगार मेलों के माध्यम से लाखों युवाओं को रोजगार दिलाया जा चुका है।
अब विधानसभा के शीतकालीन सत्र में  बेरोजगारों की नई संख्या 26.17 लाख बताई गई है। जिसमें 35186 बेरोजगार बढ़ गए हैं। दरअसल, विधायक बाला बच्चन ने सवाल किया था कि 20 नवंबर 2024 की स्थिति में एमपी में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या और एक साल की अवधि में सरकारी और निजी क्षेत्र में चयन की जानकारी दी जाए। इसकी कौशल विकास और रोजगार राज्य मंत्री गौतम टेटवाल ने लिखित जानकारी में बताया है कि 20 नवंबर 2024 की स्थिति में बेरोजगार युवाओं के पंजीयन की संख्या 26 लाख 17 हजार 945 है। एक साल में 58351 युवाओं का चयन सरकारी और निजी क्षेत्र में हुआ है।

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