हे उज्जैन की लाड़ली बहनों….! अभी तो आपको 1250 ही मिलेंगे… विधायक महेश परमार ने पूछा था विधानसभा में सवाल
उज्जैन। उज्जैन की उन महिलाओं को सरकार की घोषणा पूरा होने का इंतजार होगा जो लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रही है लेकिन इन महिलाओं के लिए यह खबर महत्वपूर्ण होगी कि उन्हें फिलहाल पुरानी राशि ही प्राप्त होगी अर्थात 1250 रूपए ही मिलेंगे। हालांकि यह बात अलग है कि सरकार ने लाड़ली बहनों को तीन हजार रूपए प्रति माह देने का ऐलान किया था परंतु फिलहाल अनुपूरक बजट में राशि बढ़ाने का प्रावधान नहीं किया गया है।
इधर तराना के कांग्रेसी विधायक महेश परमार ने पूछा था कि वंचित लाड़ली बहनों को योजना से जोडऩे के लिए नए पंजीयन कब शुरू किए जाएंगे। इस पर विधानसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को योजना का लाभ देने के लिए आयु सीमा 21 साल से घटा कर 18 वर्ष करने का भी फिलहाल कोई इरादा नहीं है। महिला एवं बाल विकास मंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि उम्र का दायरा 60 साल से बढ़ा कर आजीवन करने का प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
इस वृद्धि को हुए एक साल से अधिक का समय
सरकारी खजाने की हालत को देखते हुए सरकार चुनाव पूर्व की गई घोषणा पर अमल नहीं कर पा रही है। इसकी वजह से अभी प्रदेश की लाड़ली बहनों को हर महीने 1250 रुपए में ही काम चलाना होगा। सरकार ने उन्हें तीन हजार रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान किया था, जिसके तहत इस राशि में समय- समय पर वृद्धि की घोषणा की गई थी। यह बात अलग है कि चुनावी फायदे के लिए शुरु की गई इस योजना में पहले एक हजार रुपए दिए जाते थे, जिसे विधानसभा चुनाव के ठीक पहले छह माह में ही बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया गया था। अब इस वृद्धि को हुए एक साल से अधिक का समय हो चुका है , लेकिन उसके बाद से कोई वृद्धि नहीं की गई है। विधानसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि 1250 रुपए से बढ़ा कर तीन हजार रुपए करने का सरकार का अभी कोई विचार नहीं है। अनुपूरक बजट में ऐसा कोई प्रस्ताव भी नहीं है।