जगजीत की जंग कैसे जीतेगी ?  भाजपा नेताओं के अर्दलीयो के आगे नहीं झुकेगा परिवार

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ऋषि खनूजा और विशाल गिदवानी के आगे नतमस्तक पुलिस विभाग

 

इंदौर। शहर में भूमाफियाओं का वजन लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इनके पीछे किस तरह से भाजपा नेताओं का सपोर्ट है। यह पूरी असली कहानी सबके सामने आ गई है। जगजीत सिंह ने अपना मेहनत से एक मकान गुरुनानक कालोनी में बनाया था, जिसकी झूठी शिकायत करते हुए नगर निगम का भाजपा नेता एवं सांसद शंकर लालवानी का प्रतिनिधि विशाल विशाल गिदवानी और नगर भाजपा अध्यक्ष गौरव रणदीवे की कृपा प्राप्त कार्यालय नगरी ऋषि खनूजा ने कुछ अंश तुड़वा दिया।

दैनिक अवंतिका ने इस पूरे मामले की छानबीन की, तो परिवार जन ने बताया कि मकान बनाने के पहले इन दोनों नेताओं और उनके गुर्गों द्वारा तरह तरह की डिमांड की गई। वही उनके द्वारा अनैतिक डिमांड को पूरी नहीं करने के चलते उन्होंने उनके नवनिर्मित मकान पर निगम का दुरुपयोग करते हुए हथोड़े चलवा दिए। इस बात का गहरा सदमा जगजीत को लगा और उसके बाद भी उन्हें तरह तरह से प्रताड़ित किया गया इसी के चलते जगजीत ने नींद की गोली का ओवरडोज ले लिया, जिसके कारण उनकी हालत गंभीर हो गई और उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
इस घटना ने पुलिस, प्रशासन और नगर निगम को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। जगजीत सिंह आज जीवन और मौत के बीच झूल रहे है। ये कदम उठाने के पूर्व उन्होंने अपने समाज के व्हाट्सएप समूह में एक वीडियो वायरल किया, जिसमें उन्होंने सिक्ख समाज से यह गुजारिश की थी कि भाजपा नेता एवं भूमाफिया ऋषि खनूजा को समाज से निष्काहित किया जाए। वही विशाल गिदवानी पर भी कड़ी कार्यवाही की जाए।
इसी तरह से शासन प्रशासन से भी उन्होंने गुहार लगाते हुए कहा था कि ऐसे दरिंदो को कड़ी से कड़ी सज़ा भी दी जाए।

ये कैसी पुलिस , बेसुध जगजीत के लिए बयान —

पुलिस ने भाजपा नेताओं के दबाव में आकर ऐसा खेल खेला कि हर कोई हैरान है। 2 दिन पहले अन्नपूर्णा थाने की पुलिस ने चुपचाप आकर बेसुध अस्पताल में पड़े जगजीत के बयान ले लिए। अब सवाल यह उठता है कि बिना डॉक्टर की अनुमति और बिना बताए परिवारजनो को छुपकर और बेहोश व्यक्ति के बयान कैसे लिए होंगे। पुलिस की इस कार्यप्रणाली ने कई सवालों को जन्म दे दिया है। इसका विरोध परिवार द्वारा किया गया तो पुलिस ने उन्हें नियम का हवाला दे दिया और उन्हें बयान की प्रकिया तक नहीं बताई गई। इस मामले में अब पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार सिंह को शिकायत की गई है।

भाजपा नेताओं ने शुरू की दबाव प्रभाव की राजनीति —

सिक्ख समाज से ही जुड़े भाजपा नेता हरप्रीत सिंह बक्शी जिस पर भूमाफिया होने के कई प्रमाण होने के साथ कई एफआईआर भी दर्ज है। गुरुवार को बक्शी कई लोगों के साथ अस्पताल जगजीत सिंह से मिलने और परिवार के लोगों के ऊपर दबाव प्रभाव बनाने के लिए पहुंचा था।
इस मामले में उन्होंने पूरे मामले को भूल जाने के साथ इसको समाप्त करने के लिए भी दबाव बनाया। मगर जगजीत के परिवार ने उन्हें उल्टे पैर लौटा दिया और साफ कहा कि दोनों नेताओं पर वे कार्यवाही करवाकर ही दम लेंगे। अभी तक दोनों नेताओं के नाम सामने आने के बस भी पार्टी के अध्यक्ष गौरव रणदीवे ने कोई भी एक्शन नहीं लिया है । इसका मूल कारण है कि ऋषि खनूजा गौरव का ही अर्दली है जो शहर में आतंक मचा रहा है।

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