परिजनों से बिछड़ा मासूम, 2 घंटे बाद मिले परिजन, एसपी बोले आपात स्थिति में डायल करे 112
उज्जैन। महाकाल दर्शन करने आये परिवार से 2 साल का मासूम बिछड़ गया। पुलिस ने 2 घंटे की तलाश के बाद माता-पिता को खोज निकाला। माता-पिता भी मासूम की तलाश में भीड़ के बीच भड़क रहे थे। मासूम के मिलते ही मां ने उसे गले से लगा लिया।
पूणे हनुमान नगर से मुकेश कुमार मखनलाल कसौधन परिवार के साथ महाकाल दर्शन करने आये थे और रामघाट स्थित गेस्ट हाऊस में ठहरे थे। दोपहर में परिवार मंदिर दर्शन करने पहुंचा। इस बीच हरसिद्धी पाल पर उनका 2 वर्षीय मासूम पुत्र भीड़ में लापता हो गया। परिवार भीड़ के बीच गेस्ट हाऊस पहुंच गया। जहां मासूम के लापता होने का पता चलने पर परिवार घबरा गया। इधर कुछ लोगों ने मासूम को रोते देखा तो पुलिस को सूचना दी। डायल हड्रेंड थाने लेकर आई। एएसआई चंद्रभानसिंह ने मासूम के परिजनों की तलाश शुरू की। मंदिर क्षेत्र से लेकर रामघाट तक मासूम के परिजनों की तलाश में अलाउंसमेंट कराया गया। करीब 2 घंटे बाद परिजन मिले। मासूम को गोद में लेते ही मां बिलख उठी। परिजनों का कहना था कि भीड़ में बिछड़ गया था, उसके नहीं मिलने पर तलाश कर रहे थे। एएसआई ने मासूम को परिजनों के सुपुर्द कर दिया।उज्जैन। महिला जागरूता को लेकर शुक्रवार को आयोजित विशेष कार्यक्रम में एसपी ने आपात स्थिति में डायल 112 और 181 हेल्पलाइन नम्बर डायल करने की बात कहीं। उन्होने महिलाओं को सशक्त बनाने और अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी।पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें एसपी प्रदीप शर्मा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपात स्थिति में 112 नम्बर डायल करें। महिलाओं के लिये 181 हेल्पलाइन नम्बर शक्ति अभियान के रूप में है। उस पर भी कॉल कर सकते है। एसपी ने कार्यक्रम के दौरान सायबर सुरक्षा को लेकर भी छात्राओं को जागरूक किया और आत्मरक्षा के टिप्स दिये। उन्होने कहा कि महिलाएं और युवतियां अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहे। किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों की सुचना पुलिस तक पहुंचाये। इस दौरान कई छात्राओं ने एसपी से सुरक्षा को लेकर सवाल किये। एसपी ने सभी के सवालों का जवाब और समाधान बताया। उन्होने महिलाओं को सशक्त बनाने और अधिकारों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिये सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम में सीएसपी दीपिका शिंदे और महाविद्यालय के प्राचार्य, स्टॉफ भी मौजदू था।