अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री ने नरेंद्र मोदी से बात की, कोरोना से बिगड़ते हालात में मदद की पेशकश
नई दिल्ली।भारत में कोरोना से बिगड़ते हालात पर विश्व की महाशक्तियां भारत के साथ खड़ी हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच सोमवार को फोन पर बातचीत हुई। बाइडेन से बातचीत के बाद PM मोदी ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को मदद के लिए धन्यवाद दिया। इससे कुछ देर पहले जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदो सुगा ने भी मोदी से फोन पर चर्चा की। हालांकि, चीन ने फिर अपनी कथनी और करनी के फर्क को उजागर कर दिया। उसकी सिचुआन एयरलाइंस ने भारत जाने वाली कार्गो फ्लाइट्स 15 दिन के लिए रोक दीं। इसका असर मेडिकल सप्लाई पर पड़ेगा।बाइडेन से बातचीत के बाद प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर कहा- हमने वैक्सीन के रॉ मटीरियल और दवाओं की सप्लाई चेन को कारगर बनाने पर चर्चा की। भारत और अमेरिका की हेल्थकेयर पार्टनरशिप दुनिया में कोविड-19 से पैदा हुई चुनौतियों का मुकाबला कर सकती हैं। हमने दोनों देशों में महामारी से बने हालात पर विस्तार से बातचीत की।मोदी और बाइडेन ने वैक्सीन डेवलपमेंट और सप्लाई के क्षेत्र में संभावित सहयोग पर भी विचार किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस बारे में सहयोग और संपर्क रखने को कहा है। मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन को बताया कि भारत ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) में एक पहल की है। इसके तहत यह तय करने में मदद मिलेगी कि विकासशील देशों को वैक्सीन सुचारू रूप से मिल सके। दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने महामारी के मामले में संपर्क बनाए रखने पर भी सहमति जताई।फोन पर दोनों देशों के नेताओं की बातचीत के पहले यूनाइटेड नेशंस में अमेरिकी प्रतिनिधि लिंडा थॉमस ने कहा कि हम भारत को मदद पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम वैक्सीन मटीरियल, वेंटिलेटर्स और फाइनेंशियल सपोर्ट करने के लिए भी कोशिशें कर रहे हैं।वहीं, जापान के प्रधानमंत्री ने योशिहिदो सुगा ने कहा- महामारी से सिर्फ मिल-जुलकर और सामूहिक प्रयासों से ही निपटा जा सकता है। देशों में आपसी सहयोग बेहद जरूरी है। सुगा ने जापान की तरफ से भारत को मदद की भी पेशकश की।