उज्जैन। प्रतिबंधित खूनी डोर चायना ने शनिवार शाम फिर एक छात्र को अपने जाल में फंसा लिया। युवक का गला बुरी तरह से जख्मी हुआ है। जबकि एक दिन पहले शुक्रवार को पुलिस चायना की तलाश में निकली थी, दुकानों पर सर्चिंग कर बेचने और पतंग उड़ाने वालों को हिदायत दी थी।
मामला देवास रोड क्षिप्रा विहार कालोनी का है। एमबीए की इंदौर से पढ़ाई कर रहा छात्र शशांक पिता रमेश राठौर 22 वर्ष दोस्तों के साथ बाइक से शाम को घर लौट रहा था। वह घर से कुछ दूरी पर ही था कि अचानक चायना डोर गले पर आ गई। वह बच पाता उसका गला कट गया। दोस्त उसे तत्काल चरक भवन लेकर पहुंचे। डॉ. जितेन्द्र शर्मा ने उपचार किया, घाव गहरा था, लेकिन गनीमत रही कि गले की नस नहीं कटी। दोस्तों ने बताया कि 2 दिन बाद शशांक का पेपर है। पिता स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ है। शनिवार शाम हुई घटना से तीन दिन पहले जवासिया कुमार में रहने वाले अर्पित पिता महेश मालवीय 20 वर्ष निवासी ग्राम जवासिया कुमार का गला महाकाल मंदिर और महाकाल थाने के बीच से गुजरते वक्त कट गया था। प्रशासन ने दिसंबर माह की शुरूआत होने पर ही खूनी डोर पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन अब पतंगबाजी का दौर शुरू हो चुका है और चायना डोर पतंगबाजी करने वालों के पास पहुंचना सामने आने लगा है। अभी मकर संक्रांति पर्व को 20 दिन का समय है उससे पहले 2 घटना हो चुकी है।
तोपखाना में पुलिस ने की थी सर्चिंग
महाकाल थाने के पास चायना डोर से हुई युवक के गला कटने की घटना के बाद शुक्रवार को महाकाल थाना पुलिस और खाराकुआ थाना पुलिस ने अनुविभागीय अधिकारी ओपी मिश्रा के नेतृत्व में तोपखाना पतंग बाजार में पहुंचकर तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी ने अलाउंसमेंट कर बेचने और खरीदने वालों को हिदायत दी थी। लेकिन अब काफी देर हो चुकी है। पतंगबाजी करने वालों ने खूनी डोर का जुगाड़ कर लिया है। अब समय से पहले जरूरत है कि जिन क्षेत्रों में पतंगबाजी शुरू हो चुकी है, उन छतों पर पुलिस की टीम दबिश देकर खूनी डोर को पकड़ने की कार्रवाई करें।
बड़नगर से उज्जैन से आई थी चायना डोर
कुछ दिनों पहले कोतवाली थाना पुलिस ने नजरअली मिल कम्पाउंड से बड़नगर निवासी युवक और उसके नाबालिग साथी को उज्जैन के नाबालिग के साथ पकड़ा था। जिनके पास से चायना डोर के 7 गट्टे बरामद हुए थे। डोर बड़नगर से उज्जैन तक आना सामने आया था। पुलिस की टीम ने बड़नगर में तलाश की थी लेकिन कुछ नहीं मिल पाया था। चायना से पतंगबाजी करने वालों ने शहर में प्रतिबंध होने पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों और जिलों से खूनी डोर का जुगाड़ करना शुरू कर दिया है।