वार्ड में ले जाते समय स्ट्रेचर से सीढ़ियों पर गिरा मरीज
उज्जैन। संभाग के सबसे बड़ा जिला अस्पताल सुविधा के अभाव में मरीजों की जान का दुश्मन बना हुआ। 2 वर्षों से बंद लिफ्ट की वजह से मरीजों को काफी परेशानी उठाना पड़ रही है। जिस बात का डर पिछले कुछ महीनों से बना हुआ था वह बुधवार को हो गया। स्ट्रेचर पर वार्ड में भर्ती के लिए मरीज को ले जाया जा रहा था जो सीढिय़ों पर ही गिर पड़ा। जिला अस्पताल में दिन-दिन सुविधाओं का अभाव होता जा रहा है। 2 वर्षों से बंद पड़ी लिफ्ट मरीजों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। पिछले दिनों दो बसों की भिड़ंत में कई यात्रियों के घायल होने और 3 दिन पहले स्कूली बच्चों से भरी मैजिक के पलटने पर 22 से अधिक बच्चों को जिला अस्पताल लाया गया था। उन्हें अस्पताल की प्रथम मंजिल पर वार्ड में भर्ती किया गया, लिफ्ट बंद होने की वजह से घायल यात्रियों और बच्चों को ऊपर वार्ड तक ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। बस दुर्घटना के बाद अस्पताल पहुंचे सांसद अनिल फिरोजिया ने व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी। वहीं घायल बच्चों को देखने पहुंचे कलेक्टर आशीष सिंह ने भी लिफ्ट और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताते हुए अस्पताल प्रशासन को निर्देश जारी किए थे। लेकिन जिला अस्पताल के हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते ही जा रहे हैं।