दुकानों से चायना डोर गायब, बिक रही गली-मोहल्लों में -मोहन नगर में युवक से मिले गट्टे, 2 युवको के कट चुके है गले

उज्जैन। प्रतिबंधित चायना डोर दुकानों से गायब दिखाई दे रही है। उसके बाद भी गली-मोहल्लों में चोरी-छुपे डोर बेची जा रही है। बीती रात मोहननगर में युवक से चायना डोर के गट्टे बरामद किये गये। कुछ दिनों में ही 3 थाना क्षेत्रों में डोर बेचने के मामले सामने आ चुके है।
दिसंबर माह की शुरूआत होते ही प्रशासन ने चायना डोर पर दो माह का प्रतिबंध लगा दिया था। बावजूद इसके चायना से पतंगबाजी होना सामने आ रहा है। पिछले दिनों ग्राम जवासिया कुमार के युवक का महाकाल मंदिर के समीप गला कट गया था वहीं एमबीए के छात्र का त्रिवेणी विहार में गला कटना सामने आया था। प्रतिबंध के बाद भी चायना डोर बेची जा रही है। पुलिस द्वारा दुकानों पर सर्चिंग कर खूनी डोर चायना को तलाश किया जा रहा था। अब सामने आ रहा है कि डोर गली-मोहल्लों में बेची जा रही है। 8 दिन पहले कोतवाली पुलिस ने नजर अली मिल कम्पाउंड से 2 नाबालिग और एक युवक को पकड़ा था। जिसके पास से चायना डोर के 7 गट्टे बरामद किये गये थे। 2 दिन पहले महाकाल पुलिस ने सूरज नगर से नाबालिग को गिरफ्तार कर चायना डोर बरामद की थी। वहीं चिमनगंज थाना पुलिस ने सोमवार रात मोहननगर में चायना डोर बेचने की सूचना मिलने पर गली नम्बर 7 में दबिश दी। जहां से राजा उर्फ बाबू पिता परमानंद को पकड़ा गया। उसके पास से चायना डोर के 2 गट्टे बरामद हुए है। गली-मोहल्लों में चायना डोर के 3 मामले सामने आने के बाद पुलिस ने अब क्षेत्रों में नजर रखना शुरू कर दिया। पुलिस अब पतंगबाजी करने वालों के खिलाफ भी सर्चिंग अभियान की शुरूआत कर सकती है। जिसमें छतों पर पहुंचकर पतंग उड़ाने वालों की जांच की जाएगी। पिछले वर्ष भी पुलिस ने ऐसा अभियान चलाया था और चायना डोर से पतंगबाजी करने वालों को पकड़ा था।  पतंगबाजों के खिलाफ सख्त एक्शन होने पर ही चायना डोर से होने वाले हादसों को रोका जा सकता है।
आसपास के जिलों से आ रही प्रतिबंधित डोर
शहर के मुख्य पतंगबाजार तोपखाना में दुकानों पर चायना डोर पिछले 2 सालों से दिखाई नहीं दे रही है। लेकिन इसका कारोबार अब भी जारी है। मुनाफा कमाने के लिये कुछ लोग आसपास के जिलों से प्रतिबंधित डोर चोरी छुपे ला रहे और शहर में बेचने का काम कर रहे है। ऐसे लोगों की जानकारी मिलने पर आम लोगों को आगे आना होगा और पुलिस को सूचना देना होगी। तभी चायना डोर से होने वाले हादसों पर पूरी तरह से रोका जा सकेगा। पुलिस को भी ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना होगी। वर्तमान में सिर्फ चायना डोर के साथ पकड़ाने वालों के खिलाफ जिलाधीश के आदेश का उल्लंघन करने के मामले दर्ज किये जा रहे है। जिससे प्रतिबंधित डोर बेचने वालों ने खौफ दिखाई नहीं दे रहा है।

Author: Dainik Awantika