उज्जैन में 1.40 करोड़ यूनिट बिजली की आपूर्ति

उज्जैन पश्चिम मप्र यानी मालवा-निमाड़ क्षेत्र में रबी सीजन की सिंचाई होने पर नवंबर एवं दिसंबर के 23 दिनों में बिजली की मांग उच्च स्तर पर दर्ज हुई है। इस अवधि के दौरान जहां अधिकांश समय पश्चिम क्षेत्र विद्युत कंपनी की अधिकतम बिजली मांग 6500 मेगावाट के पार रही, वहीं कुछ दिन 7200 मेगावाट से ज्यादा की अधिकतम मांग रही। दैनिक आपूर्ति 11 से 12 करोड़ यूनिट प्रतिदिन रही। 53 दिन की इस अवधि में करीब 600 करोड़ यूनिट बिजली वितरण हुआ है।

मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि कंपनी क्षेत्र में करीब सवा चौदह लाख कृषि पंप चलायमान स्थिति में हैं। अन्य क्षेत्रों में भी पर्याप्त मांग बनी है। इससे बिजली की कुल मांग में उच्च स्थिति निर्मित हुई है। प्रतिदिन 11 से 12 करोड़ यूनिट आपूर्ति हुई है। इसमें सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति इंदौर और धार जिले में डेढ़ करोड़ से पौने दो करोड़ यूनिट है। इसके बाद उज्जैन में 1.40 करोड़ यूनिट, देवास में 1.10 करोड़ यूनिट, रतलाम में 88 लाख यूनिट, खरगोन में 99 लाख यूनिट बिजली आपूर्ति हुई। शेष जिलों में 35 लाख यूनिट से 70 लाख यूनिट की एक दिन में बिजली आपूर्ति हुई।

Author: Dainik Awantika