कुलगुरु के आदेश अब तक डिपार्टमेंट तक क्यों नहीं पहुंचे?
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलगुरु राकेश सिंघाई ने प्रशासनिक कार्य में कसावट लाने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों को रोजाना मां अहिल्या की पूजन करने के बाद विधिवत काम शुरू करने की प्रक्रिया शुरू की है।
इसके पीछे कुलगुरु की साफ मंशा है कि सभी लोग समय पर कार्यालय में उपस्थित होकर नियमों का पालन करें।
कुलगुरु का यहां आदेश आरएनटी परिसर की बिल्डिंग में तो रोज लागू हो रहा है ,परंतु इस तरह का आदेश आखिर अभी तक खंडवा रोड के डिपार्टमेंट में क्यों नहीं पहुंचा है? डीएवीवी के पास कुल मिलाकर 32 विभाग है लेकिन इन 32 ही विभागों में शिक्षक समय पर नहीं आ रहे है। वही कई शिक्षक तो लाखो रूपये लेकर केवल आराम ही फरमा रहे है। आईईटी में तात्कालीन कुलगुरु ने पहले तो टोकेकर दंपति में पुरुष को बैठाया और उनको हटाकर उन्हें की पत्नी को विभाग का अध्यक्ष बनाया।
वृंदा टोकेकर के कारण संस्था की हालत बेहद खराब है। शिक्षकों की मनमानी इतनी बढ़ गई है कि वे हाजरी रजिस्टर में साइन तक नहीं करते है। कुलगुरु ने जिस तरह तरह काम को सही तरीके से करवाने की एक अच्छी पहल की है , उसी तरह से विभागों में भी समय की पाबंदी लाना बहुत जरूरी है। शिक्षकों की लापरवाही की वजह से कई छात्रों को अपने भविष्य को लेकर भी चिंता सता रही है।