उज्जैन। इंदौर में शुक्रवार को डॉक्टर की क्लीनिक में घुसकर 3 बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटनाक्रम के बाद शनिवार रात इंदौर पुलिस की एक टीम उज्जैन पहुंची और नीलगंगा क्षेत्र में दबिश दी। पुलिस को अभिभाषक की तलाश थी, लेकिन वह लापता होना सामने आया। इंदौर के कुन्दन नगर में रहने वाले डॉ. सुनील साहू 28 वर्ष जीवनधारा क्लीनिक संचालित करते थे। वहीं निजी अस्पताल में अपनी सेवा देते थे। शुक्रवार रात उन्हे कॉल कर पैशेंट देखने के लिये बुलाया गया। जब वह क्लीनिक पहुंचे तो 3 बदमाशों ने फीस जमा कराई और एक युवक का उपचार कराकर दवा लिखवाई। उसके बाद बाहर आये और दोबारा अंदर जाने के बाद डॉ. साहू को गोली मार दी। डॉक्टर साहू को अस्पताल ले जाया जाता उससे पहले उनकी मौत हो चुकी थी। राजेन्द्र नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। गोली मारने वाले 2 बदमाशों ने अपने चेहरे ढ़के थे। एक का चेहरा खुला था, जिसे उपचार के लिये लाया गया था। इस बीच शनिवार को इंदौर पुलिस की टीम उज्जैन के नीलगंगा थाना क्षेत्र पहुंची और केशवनगर में शर्मा परिवार के यहां दबिश दी। शर्मा परिवार में शामिल अभिभाषक की जानकारी जुटांई गई लेकिन वह लापता होना सामने आया। इंदौर पुलिस परिवार के सदस्यों को पूछताछ के लिये साथ लेकर गई है। मामले में नीलगंगा थाना प्रभारी तरुण कुरील का कहना था कि इंदौर राजेन्द्र नगर पुलिस ने दबिश से पहले आमद दी थी। बताया जा रहा था कि इंदौर में हुई डॉक्टर की हत्या में अभिभाषक की कार का उपयोग हुआ है। उसके हिरासत में आने के बाद ही हत्या में अभिभाषक की भूमिका का पता चल पायेगा।