कलेक्टर की कार्रवाई और चेतावनी के बाद एसडीएम व तहसीलदार ने दिए निर्देश
इंदौर। सरवर की परेशानी और तकनीकी त्रुटि के बावजूद पटवारी पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है।
राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर द्वारा तहसीलदारों पर की गई कार्रवाई और दी गई चेतावनी के बाद उन्होंने सभी को हर हाल में लक्ष्य के अनुसार काम करने के निर्देश दिए हैं।
राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर ने महा अभियान को लेकर तहसीलवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान किए गए कार्य का आकलन प्रतिशत में किया गया जिसके अनुसार आवेदनों की संख्या अधिक होने के बावजूद निरंतर की संख्या अधिक के तहसीलदारों को सजा मिली। कलेक्टर ने कनाडिया तहसीलदार योगेश मेश्राम, राऊ तहसीलदार नारायण नांदेड़ और हातोद तहसीलदार बलवीर सिंह का वेतन काटने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सभी एसडीएम और तहसीलदार को निर्देश दिए कि वह दिए गए लक्ष्य के अनुसार कम करें आवेदनों का निराकरण समय सीमा में करना जरूरी है वही केवाईसी और फार्मर रजिस्ट्री के मामलों का अधिक से अधिक निराकरण किया जाना है।
कलेक्टर सर्वर की खराबी और तकनीकी परेशानी समझने के बावजूद लक्ष्य को लेकर निरंतर कार्रवाई कर रहे हैं। कलेक्टर से मिली चेतावनी और की गई कार्रवाई के बाद एसडीएम बताइए सिलने अपना सारा गुस्सा पटवारी और राजस्व निरीक्षक पर उतार दिया उन्होंने इस कार्य के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया और निर्देश दिए कि लक्ष्य के अनुसार प्रतिदिन कम करें भले ही सर्वर खराब किंतु हर हाल में अधिक से अधिक केवाईसी और फार्मर रजिस्ट्री का कार्य करना होगा।
मामले में कुछ पटवारी का कहना है कि उनके पास आवेदनों की संख्या अधिक है तथा उनके द्वारा किए गए कार्य प्रतिशत में आकलन होने के कारण करके नहीं जा रहे हैं जिससे उनका काम काम नजर आता है वही जिनके पास कम संख्या के आवेदन है उनका निराकरण 70 से 90 फीसदी तक हो रहा है।
उल्लेखनीय की पूर्व में भी चलाए गए महा अभियान के दौरान तकनीकी खराबी और बार-बार सर्वर की परेशानी सामने आने के कारण एक दिन में एक पटवारी अधिकतम दो किसानों की एंट्री ही कर पा रहा है।
अधिकांश पटवारी शाम के बाद काम का बोझ कम हो जाने से सर्वर में गति आने की संभावना को देखते हुए देर रात तक काम करते नजर आ रहे हैं। अवकाश के दिन भी नेटवर्क की तकलीफ देखी गई भू अभिलेख पोर्टल पर शनिवार और रविवार को काम ना के बराबर हो पाया।