नजर हटी दुर्घटना घटी: सतर्क रहे आनलाईन ठगोरों से अंग्रेजी नए साल के साथ कुंभ को लेकर सक्रिय सायबर ठगोरे -जरा सी असावधानी से बन सकते हैं आनलाईन ठगी का शिकार

उज्जैन। सडक से नजर हटी और दुर्घटना घटी का स्लोगन अब आनलाईन रहने वालों के लिए भी लागू हो गया है। सतर्क रहे समझदार रहें के साथ ही इससे बचा जा सकता है। साईबर क्रिमिनलों ने अंग्रेजी नव वर्ष के साथ ही प्रयागराज कुंभ को भी ठगी का सहारा बना लिया है। आपकी एक असावधानी से आप इनके शिकार बन सकते हैं।अंग्रेजी नए साल के जश्न की तैयारियां के बीच साइबर ठग भी सक्रिय हो गए। वे फर्जी आइडी और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लुभावने ऑफर्स से ठगी कर रहे हैं। आज पुराने वर्ष के अंतिम दिन और नए साल की शुरूआत का  जश्न होने वाला है। होटल, रेस्टोरेंट और रिजार्ट ऑफर्स और खास डिस्काउंट दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इसी के साथ साइबर ठग भी सक्रिय हो गए। वे फर्जी आइडी और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लुभावने ऑफर्स से ठगी कर रहे हैं। जैसे ही आप इनकी साइट पर जाते हैं, ओटीपी आता है, जिसे शेयर करते ही खाता खाली होने लगता है।एपीके फाइल से रहे सावधान…साइबर एक्सपर्ट के अनुसार नए साल में ज्यादातर लोग बधाई देने फोन करते हैं। इस अवसर को साइबर ठग भी भुनाने में जुट गए। एपीके फाइल बनाकर संदेश भेज रहे हैं। इसमें एक कार्ड को डाउनलोड करने को कहा जाता है। जैसे ही ऐसा करते हैं साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं।जश्न की तैयारी के लिए लोकेशन देख रहे कई लोगों के साथ ऐसा हो चुका है। लोकेशन सर्च करने के लिए गूगल पर सर्च किया। कुछ देर में ऑफर्स के फोन आने लगे। लगातार कई फोन काल आने लगे। एक नंबर ब्लॉक करने पर दूसरे से फोन आए हैं।सायबर ठग पहले सक्रिय कुंभ में अभी समय-प्रयागराज महाकुंभ में लाखों लोग पुण्य लाभ लेने के लिए आतुर हैं। इसका फायदा उठाने को सायबर क्रिमिनल सक्रिय हैं। प्रयागराज में होटल रूम बुकिंग के लिए बड़ी कंपनियों के नाम से फर्जी वेबसाइट बना कर लोगों को ठगा जा रहा है। इसके लिए ठगोरों ने मिलते जुलते नामों से फर्जी वेबसाईट लांच कर रखी है। सायबर पुलिस ने इसकी जांच का काम शुरू कर दिया है इसी दरमियानी कुछ लोग इन क्रिमिनलों का शिकार बन गए हैं।

ये रखें सावधानी-

-ऑनलाइन बुकिंग करने के पहले गूगल से नंबर कभी नहीं निकालें।

-वेबसाइट पर सर्च करने से पहले उसकी अच्छी तरह से जांच कर लें।

-संदिग्ध वेबसाइट की वायरस टोटल डॉट कॉम नामक वेबसाइट पर जाकर जांच कर सकते हैं।

-वेबसाईट की स्पेलिंग ठीक से जांच कर ही लिखें,मिलते जुलते नामों से आप सायबर क्रिमिनल का निशाना बन सकते हैं।

-वेबसाइटस की जांच उनके आधिकारिक यूआरएल से ही करें।

-होटल बुकिंग और अन्य सेवाओं के लिए विश्वसनीय प्लेटफॉर्म का उपयोग करें।

-किसी भी फर्जी वेबसाइट या संदिग्ध गतिविधि की जानकारी 1930 नंबर पर दी जा सकती है।

महाकुंभ के लिए इस वेबसाईट का उपयोग करें-कुंभ डॉट जीओवी डॉट इन और प्रयागराज डॉट एनआइसी डॉट इन का उपयोग कर सकते हैं। इसके माध्यम से मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। मोबाइल पर कोई टेक्स्ट मैसेज, वॉट्सऐप और ग्रुप के माध्यम से वेब एड्रेस भेजकर लुभावने ऑफर दे, तब उस पर क्लिक न करें। कोई विज्ञापन देखकर साइबर ठगों के झांसे में नहीं आएं। सरकारी वेबसाइट का ही उपयोग करें।ऐसे मामले भी हो रहे-आपके अकाउंट में आकस्मिक कुछ रूपया सायबर क्रिमिनल डाल रहे हैं। उसके साथ ही एक लिंक का मेसेज भी डालते हैं। जैसे ही इस मैसेज को आप खोलते हैं तो लिंक ओपन हो जाती है। उसके बाद जैसे ही आप अपने अकाउंट को ओपन करने के लिए अपने पासवर्ड का उपयोग करते हैं तो आपके खाते से लिंक में लिखी रकम विड्रा हो जाती है।यानिकी आपके पासवर्ड डालते ही पैमेंट हो जाता है इसके लिए क्रिमिनल पूर्व से ही लिंक में अमाउंट डालकर भेजते हैं जो कि आपके पासवर्ड डालते ही क्लीयर हो जाता है। आपके खाते से अमाउंट निकलने में देर नहीं लगती है। ऐसे मामलों में पेमेंट का मैसेज आने पर उसे न खोले या फिर अपने खाते के पासवर्ड को तत्काल ही न डालें इसके लिए करीब आधा घंटा या और अधिक देरी से ही उपयोग करें। ऐसे मामलों में तत्काल पुलिस को सूचना दें।-आनलाईन कार्य करने में सावधानी और सतर्कता ही सुरक्षा का उपाय है। सायबर क्रिमिनल रोज नए तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में सतर्कता ही बचाव है। आनलाईन उपयोग के समय पुरी तरह से सतर्क रहें। किसी भी प्रकार के सायबर ठगी के मामले में तत्काल ही पुलिस को सूचना दें और नेशनल हेल्पलाईन 1930 का उपयोग कर सहायता लें।-दीपक जैन,डायरेक्टर ई वे साल्यूशन, सायबर एक्सपर्ट,उज्जैन

Author: Dainik Awantika