उज्जैन। नागदा शराब कंपनी के आॅफिस में हुई 18.30 लाख की लूट में शामिल चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बदमाश ग्वालियर की राधे-राधे गैंग से जुडेÞ है। सोमवार को पुलिस ने बदमाशों को न्यायालय में पेश कर पांच दिनों की रिमांड पर लिया है। लूट का मुख्य आरोपी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी पर अतिरिक्त 30 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
25 दिसंबर की सुबह 11.30 बजे नागदा के प्रकाश नगर स्थित गली नम्बर-1 में शिवा बाबा फूड्स प्रयावेट लिमिटेड (शराब) कम्पनी में हथियारबंद 5 बदमाश घुसे थे। उन्होने देशी कट्टे और चाकू की नोंक पर मैनेजर नीरजसिंह राजपूत के साथ अन्य कर्मचारियों को बंधक बनाकर 18.30 लाख रूपये नगद और सोने की चैन के लूट लिये थे। दिनदहाड़े हुई लूट में शामिल बदमाशों के बाइक पर भागते फूटेज सामने आये थे। बदमाश हेलमेट लगाये थे, पुलिस ने मैनेजर की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। एसपी ने बदमाशों की गिरफ्तारी पर 30 हजार का इनाम घोषित कर 3 टीम गठित की थी। चार दिनों की तलाश के बाद सोमवार तड़के खबर मिली कि लूट में शामिल बदमाश बाइक से जावरा के रास्ते उज्जैन की ओर जा रहे है। नागदा पुलिस की टीम ने बेडानिया पुलिया पर घेराबंदी लगाई। 2 बाइक से आते बदमाशों को पुलिस को देख भागने का प्रयास करने लगे, लेकिन उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई। चार बदमाश गिरने पर घायल हो गये। पुलिस टीम ने चारों को दबोच लिया। मौके पर पूछताछ करने के दौरान सामने आया कि उनके नाम राहुल पिता जसवंत जाटव 22 वर्ष निवासी कबीर कालोनी ग्वालियर, सन्नी पिता किशनलाल बाथम 26 वर्ष ग्राम खेरवाया ग्वालियर, रोहित पिता अनिल शर्मा 27 वर्ष ग्राम मरसेनी जिला दतिया और आकाश पिता शिवचरण जाटव 23 वर्ष निवासी जोधा कालोनी ग्वालियर है। चारों ने अपने साथी कौशल गुर्जर जो अपने नाम के आगे 302 लगाता है के साथ लूट की वारदात करना कबूल कर लिया। सोमवार दोपहर चारों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से पूछताछ के लिये 5 दिनों की रिमांड पर लिया गया है।
पुलिस कप्तान ने किया मामले का खुलासा
लूट में शामिल 4 बदमाशों के गिरफ्त में आने पर सोमवार शाम पुलिस कप्तान प्रदीप शर्मा ने मामले का खुलासा किया। उन्होने बताया कि बदमाश ग्वालियर की राधे-राधे गैंग से जुड़े है। जिनके खिलाफ चोरी, ूलट, हत्या के एक दर्जन अपराधिक प्रकरण दर्ज है। चारों बदमाशों के पास से लूट में प्रयुक्त 2 बाइक, 10.50 लाख रूपये नगद बरामद किये गये है। लूट के बाद बदमाशों की गिरफ्तारी के लिये 3 टीम बनाई थी, एक स्थानीय स्तर पर जानकारी जुटा रही थी। दूसरी टीम को बदमाशों के भागने वाले रास्ते चित्तौडगढ़ रवाना किया गया था। लूट में पूर्व कर्मचारी कौशल पिता सिकंदर गुर्जर के शामिल होने की जानकारी सामने आने पर तीसरी टीम को उसके पैतृक गांव तारसेन थाना बिजोली ग्वालियर रवाना किया गया था। चार दिनों की तलाश के बाद नागदा पुलिस को सफलता मिली है।
कौशल की गिरफ्तारी पर 30 हजार का इनाम
पुलिस कप्तान ने बताया कि कौशल गुर्जर गिरफ्त में नहीं आ पाया है। उसकी गिरफ्तारी पर 30 हजार का अतिरिक्त इनाम घोषित किया गया है। पूर्व में बदमाशों की गिरफ्तारी पर 30 हजार का इनाम घोषित था। कौशल ने 2 माह तक शराब कंपनी में काम किया था। उसकी अपराधिक गतिविधियों की खबर सामने आने पर उसे शराब कंपनी से निकाल दिया गया था। उसे कंपनी की पूरी जानकारी थी। पता था कि सुबह के समय आॅफिस में हिसाब होता है, जो लाखों में होता है। उसने अपनी गैंग राधे-राधे में शामिल चार साथियों के साथ लूट का प्लान तैयार किया था। चार बदमाशों के गिरफ्त में आने पर चाकू और कट्टा जप्त कर लिया गया है।
टीम में शामिल थे यह पुलिसकर्मी
दिनदहाड़े हुई लूट में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिये बनाई गई टीम में नागदा थाना प्रभारी अमृतलाल गवरी, एसआई जितेन्द्र पाटीदार, सायबर सेल प्रभारी प्रतिक यादव, एसआई विरेन्द्रसिंह चौहान, एएसआई प्रकाश डाबर, प्रधान आरक्षक सोमसिंह भदौरिया, यशपालसिंह सिसौदिया, सुनील बैस, दिनेश गुर्जर, आरक्षक सुरेश दांगी, कृष्णा बैरागी, निर्मल तोमर, रणवीर यादव, जितेन्द्र राठौर शामिल थे।