उज्जैन। महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं से रूपये लेकर दर्शन करने के मामले में शामिल भस्मारती प्रभारी ने सोमवार को महाकाल थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पुलिस पूछताछ कर रही है, मंगलवार दोपहर न्यायालय में पेश किया जायेगा। इससे पहले पुलिस प्रकरण से जुड़े सात लोगों को जेल भेज चुकी है।
20 दिसंबर को महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल दर्शन के नाम उत्तरप्रदेश और गुजरात के श्रद्धालुओं को रूपये लेकर प्रवेश करने का मामला सामने आया था। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने श्रद्धाुलओं से पूछताछ के बाद मामले में मंदिर समिति को जांच और शिकायत दर्ज कराने के निर्देश दिये थे। मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने महाकाल थाने पर शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस जांच में श्रद्धालुओं से 11-11 सौ रूपये लेकर दर्शन कराने का मामला सामने आया था। जिसके बाद पुलिस की जांच में मंदिर सफाई प्रभारी विनोद चौकसे के साथ सभा मंडप प्रभारी राकेश श्रीवास्तव का नाम सामने आने पर उन्हे भी गिरफ्तार किया गया। वहीं सत्कार अधिकारी अभिषेक भार्गव, आटी प्रभारी राजकुमार सिंह, नंदी हॉल दर्शन प्रभारी राजेन्द्रसिह सिसौदिया के नाम सामने आये उनके खातों की जांच की गई तो लाखों का ट्रांजेक्शन होना सामने आया और दर्शन के नाम पर रूपये लेने वालों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई। विनोद चौकसे और राकेश से रिमांड पर पूछताछ में भस्मारती प्रभारी रितेश शर्मा का नाम भी सामने आ गया। जिसकी लगातार तलाश की जा रही थी। पुलिस सोमवार तक सात लोगों को आरोपी बनाकर जेल भेज चुकी थी। रितेश की गिरफ्तारी पर कई नाम ओर सामने आने की संभावना थी, जिसके चलते उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज किये गये। इस बीच सोमवार दोपहर बाद रितेश शर्मा ने खुद ही महाकाल थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। थाना प्रभारी नरेन्द्रसिंह परिहार ने बताया कि रितेश से पूछताछ की जा रही है। न्यायालय में पेश कर रिमांड मांगा जायेगा।