उज्जैन। नव वर्ष पर कई सेलिब्रिटी बड़ी-बड़ी पार्टियों में दिखाई देती है लेकिन उज्जैन की रहने वाली हाल ही में फेमिना मिस इंडिया बनीं निकिता पोरवाल मंगलवार को उज्जैन पहुंचीं। यहां उन्होंने मुंबई की चकाचौंध को छोड़कर उज्जैन के मानव सेवा तीर्थ अंकित ग्राम, सेवाधाम आश्रम में 4 घंटे से अधिक समय तक 1100 से अधिक बेसहारा बुजुर्ग दिव्यांगों के साथ न्यू ईयर मनाया। 16 अक्टूबर 2024 को फेमिना मिस इंडिया 2024 निकिता पोरवाल ने जीतकर उज्जैन का नाम रोशन किया। उन्होंने मॉडलिंग के साथ-साथ अभिनय भी किया है। उन्होंने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर अपने पिता अशोक पोरवाल के साथ सेवा धाम आने का स्वयं ने निश्चय किया।
मैं आश्रम से हमेशा जुड़ी रहूंगी
नीकिता पोरवाल ने कहा कि सपनों की नगरी ने मुझे बहुत कुछ दिया किंतु नव वर्ष पर मैं वहां नहीं रहना चाहती थी। मेरी यही इच्छा थी कि मैं अपनी उज्जैन नगरी में बाबा महाकाल के दर्शन के साथ उज्जैन के मानव सेवा तीर्थ अंकित ग्राम, सेवाधाम आश्रम में रहने वाले जीवंत दिव्यात्माओं के दर्शन करूं। मैं अंकित ग्राम, सेवाधाम आश्रम आकर बहुत भावुक हो गई और परम पिता परमेश्वर एवं सुधीर भाई का धन्यवाद देती हूं कि आपने मुझे यहां बुलाया और इतने खूबसूरत लोगों से मिलवाया। नववर्ष की पूर्व संध्या पर जब मैं इन लोगों से मिली तो ये मेरा सौभाग्य है और नववर्ष में मुझे सभी लोगों से सिखने को मिला कि खुशी बाहर कही नहीं होती वह हम सब के अंदर ही होती है। मैं हमेशा आश्रम से जुड़ी रहूंगी। इस अवसर पर आश्रम के बच्चों ने मालवी पगड़ी, दुपट्टा से सम्मान कर विशेष बच्चों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प भेंट की।
गाय की सेवा करते हुए उन्हें चारा खिलाया
निकिता ने सबसे पहले आश्रम का अवलोकन सुधीर भाई गोयल के साथ किया। इस दौरान निकिता ने बच्चों से बात की। साथ ही गाय की सेवा करते हुए उन्हें चारा खिलाया। आश्रम के 80 वर्षीय बुजुर्ग से गीत सुन उन्होंने अपनी शाल भेंट की। दृष्टि बाधित भोली अग्रवाल से भजन एवं गीत सुनकर सभी वरिष्ठजनों से आर्शीवाद प्राप्त किया। निकिता को अपने बीच पाकर दिव्यांगजन और बुजुर्ग प्रसन्न हुए एवं फोटो खिंचवाए।