साइबर फ्रॉड की 10 हजार से ज्यादा शिकायतें, 65 करोड़ ठगे

इंदौर। इंदौर क्राइम ब्रांच में पिछले साल 10 हजार 500 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुईं। इन मामलों में 65 करोड़ रुपए की ठगी लोगों के साथ हुई। क्राइम ब्रांच साढ़े 14 करोड़ रुपए रिफंड करा चुका है। इन सभी वारदातों में इस बार नया ट्रेंड देखने को मिला। इस बार सबसे ज्यादा लोग ऑनलाइन ट्रेडिंग के केस में फंसे हैं। एडीशनल डीसीपी (क्राइम ब्रांच) राजेश दंडोतिया ने बताया कि नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल और साइबर हेल्प लाइन पर ये शिकायतें दर्ज हुईं। लगातार शिकायत करने वालों का पैसा रिफंड कराने का प्रयास किया जा रहा है।

एडीशनल डीसीपी ने बताया कि सालभर में जो केस दर्ज हुए हैं, उनमें एक ट्रेंड देखने को मिला है। साल 2024 में ऑनलाइन ट्रेडिंग, इन्वेस्टमेंट, क्रिप्टोकरंसी और ऑनलाइन टास्किंग के मामले ज्यादा देखने को मिले। इसमें सबसे ज्यादा ऑनलाइन ट्रेडिंग की रही। ऑनलाइन ट्रेडिंग के फ्रॉड में फंसकर लोगों ने काफी पैसा गंवाया है। साइबर फ्रॉड के मामले में 52 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं भी बड़ी हैं। साल 2024 में 65 के आसपास शिकायतें डिजिटल अरेस्ट की दर्ज की गई हैं। इसमें दो दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सेक्सटॉर्शन, ‘आपका बेटा ड्रग्स के केस में फंस गया है, ‘रेप के केस में फंस गया है’, इस तरह के कॉल कर भी लोगों को ठगा गया।

एडीशनल डीसीपी ने कहा कि पिछले साल की घटनाओं को देखते हुए अवेयरनेस बढ़ाने की जरूरत है। हमारे द्वारा शहर में जगह-जगह होर्डिंग-पोस्टर, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को साइबर फ्रॉड की घटनाओं से बचने के लिए अवेयर किया जा रहा है। साथ ही स्कूल-कॉलेज सहित कई जगह पर सेशन भी लिए जा चुके हैं। इन्हें भी बढ़ाया जाएगा। पम्पलेट, स्टिकर भी शहर में जगह-जगह लगाए जा रहे है। इस साल इसे और वृहद स्तर पर किया जाएगा, ताकि लोगों में साइबर फ्रॉड को लेकर जागरूकता बढ़ सके।

Author: Dainik Awantika