जबलपुर। जबलपुर के तीन और स्कूलों पर जांच पूरी होने के बाद बड़ा एक्शन हुआ है। जांच में पाया गया है कि इन स्कूलों ने अभिभावकों से 33 करोड़ 78 लाख रुपए ज्यादा फीस वसूली है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तीनों स्कूल के संचालकों को ज्यादा फीस के पैसे अभिभावकों को वापस करने के निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने बताया कि सेंट जोसेफ कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल (रांझी), स्मॉल वंडर सीनियर सेकेंडरी स्कूल (बलदेव बाग) और नचिकेता सीनियर सेकेंडरी स्कूल (विजय नगर) एक्शन लिया गया है। जांच के दौरान पाया गया कि मध्यप्रदेश निजी विद्यालय फीस और संबंधित विषयों का विनिमय अधिनियम 2017 के तहत गठित जिला समिति ने भी इन स्कूलों में अनियमितता पाई है। अधिनियम लागू होने के 90 दिन के भीतर वर्षों का लेखा – जोखा प्रस्तुत भी नहीं किया। दिसंबर 2020 में जब नियम लागू हुआ, तो ऑनलाइन पोर्टल पर हर साल की ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत की जानी थी। जिला कार्यालय में भी जमा किया जाना थी। तीनों स्कूल प्रबंधन ने यह काम नहीं किया। शैक्षणिक वर्ष 2017-18 से लेकर 2020-21 को फीस में की गई बढ़ोतरी की जानकारी भी नहीं दी गई। इसके अलावा 10 प्रतिशत तक फीस वृद्धि की जानकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं की गई।