साल 2025 में कुल चार ग्रहण लग रहे  लेकिन भारत में एक ही ग्रहण दिखेगा

– बाकी सब विदेशों में नजर आएंगे, भारत में दिखने वाला चंद्र ग्रहण होगा 

– जो कि 7 सितंबर के दिन आएगा, यह 3 घंटे से अधिक समय वाला रहेगा 

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 
साल 2025 में कुल चार ग्रहण लगेंगे। इसमें सूर्य व चंद्र ग्रहण दोनों शामिल है। लेकिन भारत में इन चार में से केवल एक ही ग्रहण दिखाई देगा। वह भी चंद्र ग्रहण होगा जो 7 सितंबर को लगेगा। यह ग्रहण 3 घंटे से अधिक अवधि वाला होगा। इसका सूतक भी यहां पालन किया जाएगा। 
बाकी के सभी ग्रहण विदेशों में नजर आएंगे। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि भारत में इन ग्रहण के नहीं दिखने से इसका सूतक भी यहां नहीं लगेगा। ग्रहण से संबंधित कोई भी नियम पालन लोगों को नहीं करने होंगे। लेकिन एक चंद्र ग्रहण जरूर भारत में दिखाई देगा जिसका यहां असर होगा और सूतक भी लगेगा तथा इसके धार्मिक नियम भी लोगों को पालन करने होंगे। आपको बता दे कि साल 2025 में 12 बड़ी खगोलीय घटनाएं होने वाली हैं। इनमें 4 ग्रहण भी शामिल है। इस साल 2 चंद्र और 2 सूर्य ग्रहण होंगे। इनमें से भारत में सिर्फ एक चंद्र ग्रहण दिखने से इसका पालन किया जाएगा। 
जाने कब-कब लगेंगे 4 ग्रहण, पहला 
14 मार्च को, 7 सितंबर वाला दिखेगा
01 – साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च को लगेगा जो कि भारतीय समयानुसार सुबह 10 बजकर 39 मिनट से शुरू होगा जो दो बजकर 18 मिनट पर समाप्त होगा। यह पूरे 3 घंटे 27 मिनट का रहेगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसे अमेरिका, यूरोप आदि देशों में देखा जा सकेगा।
02 – दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को लगेगा। यह भारतीय समयानुसार रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगा तथा रात 1 बजकर 27 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इसकी अवधि 3 घंटे 29 मिनट रहेगी। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इसलिए इसका सूतक भी यहां माना जाएगा। 
03 – पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा। यह आंशिक होगा व भारतीय समय के दोपहर 2 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर शाम 6 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा। यह ग्रहण पूरे 3 घंटे 53 मिनट होगा। भारत में नहीं अफ्रीका आदि देशों में दिखाई देगा। 
04 – दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगेगा जो कि आंशिक ही होगा। यह भारत में रात 11 बजे शुरू होकर 3.24 बजे समाप्त होगा जो कि 4 घंटे 24 मिनट का होगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसे न्यूजीलैंड आदि देशों में देख सकेंगे। 
उज्जैन धार्मिक नगरी यहां ग्रहण का खास 
महत्व, शिप्रा में होता है नहान व दान-पुण्य
उज्जैन भारत की सप्त सनातन प्राचीन नगरियों में से एक है। इसलिए यहां ग्रहण का खास महत्व होता है। मंदिरों से लेकर घरों तक लोग ग्रहण का सूतक पालन करते हैं। ग्रहण में खाना-पीना सब बंद कर भगवान का जाप किया जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद लोग यहां स्नान करते हैं। घरों व मंदिरों में शुद्धिकरण किया जाता है। शिप्रा में लोग स्नान के लिए जाते हैं और दान-पुण्य भी करते है। 

Author: Dainik Awantika