पुलिस छत-छत तलाश रही उपयोगकर्ताओं को,दे रही हिदायत चायनीज डोर आनलाईन से आ रही, सख्ती हो रही कमजोर – आनलाईन बुकिंग पर डिजिटल पेमेंट की बजाय कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा

उज्जैन। चायनीज डोर ने इस वर्ष भी आम आदमी के जीवन पर संकट के हालात पैदा कर रखे हैं। कब कौन सी डोर का हिस्सा गले पर आ गिरे इसी डर में वाहन चालक रहते हैं और ऐसे में कई बार दुर्घटनाएं हो रही है। पुलिस की सख्ती से चायनीज डोर आनलाईन आ रही है इससे सख्ती कमजोर पड रही है। हाल यह हैं कि आनलाईन बुकिंग करने वाले डिजिटल पैमेंट की बजाय केश आन डिलीवरी की सुविधा दे रहे हैं।प्रतिबंधित चायनीज डोर के उपयोग से इस वर्ष भी अब तक चार मामले हो चुके हैं। इनमें से एक मामले में उसी जीरों पाईंट ब्रिज पर जहां एक छात्रा की चायनीज डोर से जीवन की डोर कट गई थी एक कर्मचारी को गले पर गंभीर चोंट आई है।  दो मामलों में संबंधितों को गंभीर चोंट है एवं दो मामलों में प्राथमिक उपचार की स्थिति रही है।आनलाईन ऐसे आ रही चायनीज डोर-चायनीज डोर प्रतिबंध के बावजूद विक्रेताओं एवं उपयोगकर्ताओं के पास पहुंच रही है। वैसे तो शहर के अधिकांश विक्रेता इससे अपनी दूरी बना चुके हैं। पुलिस की सख्ती भी इसके पीछे एक कारण है। उज्जैन पतंग बाजार वैसे भी पश्चिम मध्यप्रदेश में काफी बडा है। यहां से कई अन्य जिलों को पतंग एवं डोर निर्यात की जाती है।  चाइनीज डोर विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से अवैध रूप से ऑनलाइन बेचा जा रहा है। आनलाईन विक्रेता इस धंधे को बडी ही सफाई से अंजाम दे रहे हैं। पुलिस की सख्ती की उन्हें जानकारी है और इसी के चलते  कार्रवाई से बचने के लिए डिजिटल पेमेंट की बजाय कैश ऑन डिलीवरी पर वे चायनीज डोर बुकी को भेज रहे हैं। इससे पुलिस के लिए आनलाईन डोर का व्यापार करने वाले की जानकारी ट्रैक करना मुश्किल भरा है।आनलाईन विक्रेता सक्रिय-चायनीज डोर पर प्रतिबंध के साथ ही इसके बेचने वाले भी सक्रिय हैं। इसके लिए अन्य प्रदेशों में बैठे विक्रेता आनलाईन इसे बेचने के लिए अपने फंडे चला रहे हैं। सामने आ रहा है कि हरियाणा एवं पंजाब के साथ ही उत्तरप्रदेश के कुछ शहरों से इसके विक्रय को लेकर आनलाईन सक्रियता है।कई लोग वेबसाइट्स और सोशल मीडिया साइट्स के माध्यम से इसे बेचने के काम को अंजाम दे रहे हैं। आनलाईन पर इसकी कीमतें 500 रुपए से शुरू हो रही हैं। इंटरनेट पर ऑनलाइन पतंग डोर जैसी वेबसाइटस और विभिन्न व्हाटसएप नंबरों के जरिए इसको बेचने का काम अंजाम दिया जा रहा है।ऐसे बनती है चायनीज डोर-चाइनीज डोर को नायलॉन के धागे में मैटेलिक पाउडर मिलाकर बनाया जाता है। नायलॉन के धागे पर कांच और लोहे को पीस कर नायलॉन के धागे पर पॉलिश (धार) लगाई जाती है। चायनीज डोर प्लास्टिक जैसा दिखता है और स्ट्रेचेबल होता है। इसे खींचते हैं तो टूटने के बजाय बढ़ जाता है।

Author: Dainik Awantika