उज्जैन। महाकाल मंदिर के पास शनिवार सुबह ग्राहक बुलाने पर फूल-प्रसाद वालों में लट्ठबाजी हो गई। एक युवक घायल हुआ है। पुलिस मामले में चार युवको के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
आगर मालवा का रहने वाला गौरव पिता बाबूलाल मालवीय 21 वर्ष वर्तमान में जयसिंहपुरा अखंड कालोनी में निवास करने के साथ महाकाल मंदिर यादव धर्मशाला के सामने भारत माता मंदिर के पास फूल-प्रसाद की दुकान लगाता है। सुबह 7.30 बजे दुकान पहुंचा था, जहां ग्राहको को बुला रहा था, उसी दौरान समीप दुकान लगाने वाले चेतन माली, राहुल उर्फ बिल्ली, विशाल और सतीश से विवाद हो गया। चारों ने एकमत होकर लट्ठ से गौरव पर हमला कर दिया। कुछ देर के लिये अफरा-तफरी का माहौल बना। सुबह के समय काफी श्रद्धालु मंदिर दर्शन के लिये पहुंचे थे। इसी बीच मंदिर के गेट नम्बर 1 के पास दुकान नम्बर 34 के सामने मारपीट की खबर पुलिस को मिली। वह मौके पर पहुंची मारपीट करने वाले भाग निकले थे। पुलिस ने घायल गौरव की शिकायत पर मामले में प्रकरण दर्ज किया और मेडिकल के लिये चरक भवन पहुंचाया। मंदिर के आसपास फूल-प्रसाद बेचने वालों के बीच विवाद के मामले नहीं थम रहे है। आये दिन मारपीट और हथियार से हमला करने की खबरे सामने आती है। विवाद की वजह से मंदिर आने वाले श्रद्धालु भी भयभीत हो जाते है।
उज्जैन। महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से रूपये लेकर ठगी करने के मामले में शनिवार को गिरफ्त में आये 2 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। पूछताछ के लिये रिमांड पर लिया गया है। प्रकरण से जुड़े 3 की तलाश जारी है। रिमांड पर लिये गये मंदिर कर्मचारी और सुरक्षा कंपनी के सुपरवाइजर से पूछताछ में नये नामों का खुलासा हो सकता है।
14 दिन पहले महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं से रूपये लेकर दर्शन कराने के नाम पर ठगी करने का बड़ा खुलासा हुआ था। महाकाल पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर अब तक 16 लोगों को आरोपी बनाया है। जिसमें मंदिर से जुड़े कर्मचारी, मीडियाकर्मी के साथ सुरक्षा कंपनी और पुरोहित तक शामिल होना सामने आ चुके है। जैसे-जैसे ठगी करने में सामने आ रहे नाम पुलिस उन्हे गिरफ्तार कर रही है। गुरूवार को पांच नाम सामने आये थे। जिसमें मंदिर कर्मचारी उमेश पंड्या, आशीष शर्मा, मीडिया कर्मी पंकज शर्मा, विजेन्द्र यादव और सुरक्षा कंपनी क्रिस्टल के सुपरवाइजर करण राजपूत के नाम सामने आये थे। पुलिस ने करण और उमेश को गिरफ्तार किया था। जिन्हे शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश कर 2 दिनों की रिमांड पर लिया है। थाना प्रभारी नरेन्द्रसिंह परिहार ने बताया कि पूछताछ में नये नाम सामने आ सकते है। फिलहाल प्रकरण में शामिल 2 मीडियाकर्मी और एक मंदिर कर्मचारी की तलाश जारी है। अब तक 16 नाम सामने आ चुके है। जिसमें पांच को छोड़कर सभी को जेल भेजा जा चुका है। जिसमें भस्मारती प्रभारी रितेश शर्मा, सत्कार अधिकारी अभिषेक भार्गव, आईटी सेल प्रभारी राजकुमार सिंह, नंदी हॉल दर्शन प्रभारी राजेन्द्रसिंह, सभामंडप प्रभारी राकेश श्रीवास्तव, सफाई प्रभारी विनोद चौकसे और कुछ मंदिर कर्मचारी के साथ पुरोहित शामिल है।