उज्जैन। वन विभाग के वृक्षारोपण परिक्षेत्र में मवेशियों को चरा रहे ग्रामीणों को रोकने पर पूर्व सरपंच ने साथियों के साथ मिलकर वनरक्षको पर हमला कर दिया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर हमला करने वालों की तलाश में दबिश दी। लेकिन गिरफ्त में नहीं आ सके।
शुक्रवार को तराना मुख्यालय से चार वनरक्षक विजेन्द्र पिता डोगरसिंह 35 वर्ष, संदीप पिता भगवानदास प्रजापति, साजिद पिता सलीम खां और सनीश पिता अजय शर्मा गश्त पर ग्राम गुराडिया कक्ष क्रमांक 3 लेबरहट के पास वन क्षेत्र पहुंचे थे। जहां वृक्षारोपण परिक्षेत्र में गांव का रहने वाला भैरू उर्फ मुकेश मालवीय मवेशियों को चराता हुआ दिखाई दिया। जिससे पूछताछ की गई तो उसने मवेशी विनोद गुर्जर के होना बताये। वनरक्षको ने मवेशियों चराने से मना किया तो उसने विनोद गुर्जर को कॉल कर दिया। विनोद गुर्जर सफेद रंग की स्कार्पियों में साथियों के साथ पहुंचा और धमकाने लगा। उसने साथियों के साथ मिलकर चारों पर हमला कर दिया। लाठियों और लोहे कर रॉड से हमला होने पर चारों वनरक्षक जान बचाकर भागने का प्रयास करने लगे। लेकिन हमला करने वालों ने दौड़ा-दौड़ा कर मारा। घायल वनरक्षको ने मुख्यालय को सूचना दी। तराना से अन्य वनकर्मी और अधिकारी गुराडिया पहुंचे। घायल वनरक्षको को माकडोन थाने ले जाया गया। जहां शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने विनोद गुर्जर, ईश्वर, नीलेश और भैरू उर्फ मुकेश के साथ अन्यों के खिलाफ 9 धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। थाना प्रभारी प्रदीपसिंह राजपूत ने बताया कि आरोपियों की तलाश में गांव के 3 ठिकानों पर दबिश दी गई है। लेकिन सभी फरार होना सामने आये है। बताया यह जा रहा है कि हमले का मुख्य आरोपी विनोद गुर्जर पूर्व सरपंच है। उसके परिवार ने पुलिस पर राजनैतिक दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने सभी की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिये है।