भस्मारती की ऑफलाइन परमिशन में  बदलाव, रात 9 बजे तक मिलेंगे फार्म – श्रद्धालु अब उसी दिन आवेदन कर परमिशन के बाद उसी दिन शामिल हो सकेंगे 

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 

महाकाल की ऑफलाइन भस्मआरती की परमिशन प्रक्रिया में मंदिर समिति ने बदलाव किया है।श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए समिति यह बदलाव कर रही है ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुलभता के साथ बाबा महाकाल की भस्मारती देखने का मौका मिल सके।  मंदिर समिति के प्रशासक एवं एडीएम अनुकूल जैन ने बताया कि भस्मारती के लिए ऑनलाइन बुकिंग में श्रद्धालुओं को लंबा इंतजार करना पड़ता है। इसलिए भी ऑफलाइन परमिशन की व्यवस्थ्ज्ञा में बदलाव का निर्णय लिया है। ऑफलाइन परमिशन में पहले एक दिन का समय लग रहा था। अब ऑफलाइन भस्मआरती की अनुमति के लिए रोज शाम 7 से रात 9 बजे तक मंदिर के काउंटर से फॉर्म मिल जाएंगे और परमिशन मिलने पर उसी दिन श्रद्धालु आरती में भाग भी ले सकेंगे।अब एक दिन रुकने की जरूरत नहीं, रात 11 तक जमा होंगे फार्मश्रद्धालु उज्जैन आने के बाद पहले मंदिर समिति के काउंटर पर पहुंचेंगे। शाम को 7 से रात 9 के बीच फार्म लेने के बाद उन्हें उसी दिन फॉर्म को भरकर रात 11 बजे तक जमा करना होगा। फॉर्म जमा करने के बाद उपलब्ध सीटों के आधार पर समिति श्रद्धालु को तुरंत परमिशन भी जारी कर देगी। इससे यह लाभ होगा कि श्रद्धालुओं को अब उसी दिन तड़के होने वाली भस्मआरती में शामिल होने का मौका मिल जाएगा। भस्मारती परमिशन को सुलभ बनाना चाहती है मंदिर समिति इसलिए प्रयोगमहाकाल की भस्मारती में देश व दुनियाभर से श्रद्धालु भाग लेने आते हैं। ऐसे में जब उन्हें आसानी से परमिशन नहीं मिल पाती है तो वे अन्य माध्यमों से परमिशन प्राप्त करने के लिए प्रयास करते हैं। मंदिर समिति से जुड़े अंदर के लोग उनसे रुपए लेकर उन्हें परमिशन उपलब्ध करवा देते हैं। कई बार इन विषयों को लेकर विवाद की स्थिति बनती है। जबकि मंदिर समिति से सीधे परमिशन लेने पर श्रद्धालु को महज 200 रुपए ही देना पड़ते हैं। लेकिन अन्य लोग श्रद्धालुओं से इसी परमिशन के नाम पर हजार रुपए व इससे ज्यादा रुपए तक वसूलते हैं। इस पूरी प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए समिति ने निर्णय 

Author: Dainik Awantika