विक्रम यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में पानी की किल्लत आधा किलोमीटर दूर से छात्राओं को लाना पड़ रहा है पीने का पानी कुलगुरु के कक्ष के बाहर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने खाली मटके लेकर छात्राओं के साथ प्रदर्शन किया।

उज्जैन। गर्मी बढ़ते ही पानी की किल्लत शुरू हो गई है। विक्रम विश्वविद्यालय के विद्योत्तमा गर्ल्स हॉस्टल में पीने के पानी का संकट गहरा गया है। छात्राओं को पीने का पानी जुटाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है । उन्हें हॉस्टल से आधा किमी दूर इस्कॉन मंदिर से पानी लाना पड़ रहा है। इससे पहले छात्राएं गेस्ट हाउस से पानी मांगकर अपना काम चल रहा रही थी। लेकिन अब उन्हें वहां से भी पानी देने से इनकार कर दिया है। इस कारण उनकी समस्या और भी बढ़ गई है। इस समस्या को लेकर बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने खाली मटके लेकर हॉस्टल की छात्राओं के साथ प्रदर्शन किया।
आधा किलो मीटर दूर से लेकर आना पड़ रहा है छात्राओं को पानी
गर्मी का मौसम शुरू होते ही पानी की समस्या गंभीर हो गई है। हॉस्टल की छात्राएं पीने के पानी के लिए परेशान हैं। शिकायत करने पर वार्डन कहती हैं कि विश्वविद्यालय से व्यवस्था नहीं हो पाती है।पानी नहीं मिल रहा है तो यहां रहना छोड़ दें। विश्वविद्यालय अध्यक्ष सिद्धार्थ यादव, महानगर मंत्री आदर्श चौधरी, सह नगर मंत्री गुनगुन मालवीय और साक्षी यादव के नेतृत्व में छात्राओं ने खाली मटके लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कुलगुरु की अनुपस्थिति में कुलसचिव डॉ. अनिल शर्मा और डीएसडब्ल्यू डॉ. एसके मिश्रा ने छात्राओं की समस्या सुनीं। कुलसचिव ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही पीने के पानी की व्यवस्था कर दी जाएगी। उन्होंने हॉस्टल के वार्डन, चीफ वार्डन और विश्वविद्यालय इंजीनियर को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। साथ ही छात्राओं के कमरों के खराब स्विच बोर्ड बदलने के लिए भी इंजीनियरिंग विभाग को निर्देशित किया है।