दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाकाल मंदिर में इस भीषण गर्मी में जल संकट बना हुआ है। दर्शन के लिए मंदिर आ रहे श्रद्धालुओं को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं लेकिन पीने की पानी की समस्या के चलते परेशान हो रहे हैं।
हालांकि मंदिर समिति ने अपने स्तर पर पेयजल की व्यवस्था की है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। मंदिर के मानसरोवर भवन में दो से तीन स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था है। यहां समिति ने कर्मचारी भी तैनात किए हैं। लेकिन पानी की सप्लाई में देरी के कारण श्रद्धालुओं को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। पानी को लेकर आ रही समस्या से मंदिर समिति के अधिकारियों को भी संबंधित लोगों ने अवगत करा दिया है। वे इसे हल करने में लगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी हालत में श्रद्धालुओं को पीने के पानी की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
गर्मी की छुटि्टयों में श्रद्धालुओं की
संख्या बढ़ रही, पानी की समस्या
गर्मी की छुट्टियां शुरू होने के कारण मंदिर में अब धीरे-धीरे आम श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है। श्रद्धालु महाकाल लोक से मानसरोवर गेट के रास्ते दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। 50-60 लीटर पानी कुछ ही देर में समाप्त हो जाता है। नई सप्लाई में दो घंटे तक का समय लगता है। ऐसे में पानी की समस्या हो रही है। खासकर मंदिर आने वाले बुजुर्ग और बच्चों ज्यादा परेशान है।
मंदिर परिसर में कई जगह मेट नहीं
बिछी, लोगों के पैर अलग जल रहे
पेयजल की समस्या के बीच गर्मी में लोग नंगे पेर गरम फर्श मंदिर परिसर में एक और गंभीर स्थिति है। बृहस्पतेश्वर मंदिर और गायत्री माता मंदिर के सामने से भद्रकाली मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर मैट नहीं बिछी है। तेज धूप में फर्श इतना गर्म हो जाता हैं कि श्रद्धालुओं के पैर जल रहे हैं।