मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जल संसाधन दिवस पर दी शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप: सुजिरा अमृत: सुवर्चा: शंभू मयोभू:

ब्रह्मास्त्र भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रात्रि विश्राम मांडू में किया। आज प्रात: उन्होंने रुचि पूर्वक माण्डू के ऐतिहासिक पुरातात्विक वैभव को देखा। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी दी गई। जल केवल जीवन नहीं, संस्कार भी है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जल संसाधन दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप: सुजिरा अमृत: सुवर्चा: शंभू मयोभू: अर्थात जल न केवल अमृतस्वरूप है, बल्कि शुभ, पवित्र और जीवनदायक भी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जल केवल जीवन जीने का संसाधन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति में यह एक संस्कार की तरह है। हर बूंद में जीवन है, और हर स्रोत में आने वाले कल का भविष्य छिपा है। ऐसे में हमारा दायित्व बनता है कि हम इस अमूल्य धरोहर की हर संभव तरीके से रक्षा करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे जल संसाधन दिवस पर यह संकल्प लें कि सभी जल का संरक्षण करेंगे और इसे व्यर्थ नहीं बहने देंगे। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से युवाओं को जल बचाने के लिए जागरूक रहने और समाज को प्रेरित करने का संदेश दिया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा जल प्रबंधन एवं वर्षा जल संचयन की जन जागरुकता प्रसार एवं जन सहभागिता के लिए जल गंगा जल संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है।

Author: Dainik Awantika

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