दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाकाल मंदिर के बाहर तेज धूप में श्रद्धालुओं के पैर जल रहे हैं। मंदिर समिति का इस ओर ध्यान ही नहीं है। समिति को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इंतजाम करने चाहिए। बाहर की तरफ ऊपर शामियाने लगाए जाए ताकि श्रद्धालु धूप से बचे और सड़क भी कम गरम हो। साथ ही सड़क पर कारपेड आदि बिछाना चाहिए।
कारपेड पर पानी का छिड़काव भी किया जाए जिससे की ठंडक बनी रहे और श्रद्धालु इन मार्गों से मंदिर में आसानी से आवागमन कर सके। दरअसल मंदिर के बाहर की ओर बड़े गणेश वाली पूरी पट्टी में कही भी न तो ऊपर शामियाने लगे हैं और न सड़क पर कारपेड है। जबकि श्रद्धालुओं का इसी मार्ग से होकर आना जाना लगा रहता है। यहीं पर रसीद काउंटर है। लड्डू प्रसाद का काउंटर है और जूता-चप्पल स्टैंड भी बना है।
श्रद्धालु 4 नंबर गेट से जूता-चप्पल
उतारकर निर्गम से घूमकर आते हैं
श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल यहीं पर उतारकर रसीद लेकर 4 नंबर गेट से दर्शन के लिए जाते हैं और निर्गम गेट से बाहर आने के बाद उन्हें काफी लंबा घूमकर आना पड़ता है। इस पूरे मार्ग पर कही भी तेज धूप से बचाव के साधन नहीं है। समिति को इस ओर ध्यान देना चाहिए।