दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु गर्मी में परेशान हो रहे थे। मंदिर समिति का व्यवस्थाओं की तरफ ध्यान नहीं था। दरअसल गर्मी शुरू होते ही मंदिर परिसर व बाहर की ओर पेयजल से लेकर गर्मी से बचाव के इंतजाम करने होते हैं। लेकिन अभी तक इस ओर ध्यान नहीं देने की वजह से श्रद्धालुओं के फर्श पर पैर जल रहे थे तो पीने के पानी की भी समस्या आ रही थी।
दैनिक अवंतिका आम श्रद्धालुओं से जुड़ी हर समस्याओं को लगातार समाचार के जरिए लिखकर मंदिर समिति को अवगत करा रहा था। समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने इस पर संज्ञान लिया और अधिकारियों की टीम के साथ वे खुद मंदिर परिसर का निरीक्षण करने पैदल व नंगे पैर निकले। कई जगह उन्हें भी लगा कि वाकई में समस्या है। उन्होंने तत्काल अपने अधिनस्थ अधिकारियों को इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने करीब दो घंटे मंदिर परिसर के अंदर व बाहर की व्यवस्थाएं देखीं तथा जहां भी लगा कि गर्मी से बचाव के लिए छाया करने, मैटिंग बिछाने और और पेयजल की आवश्यकता है वहां तुरंत व्यवस्था जुटाने को कहा। प्रशासक ने कहा कि गर्मी के समय में तो पीने के पानी के लिए परेशानी बिल्कुल नहीं आना चाहिए। श्रद्धालुओं को ठंडा जल उपलब्ध हो इसके लिए उन्होंने अतिरिक्त काउंटर लगाने के भी आदेश दिए। साथ ही मंदिर के बाहर हार-फूल की दुकान वाले श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल अपनी दुकानों पर रखवा लेते थे, जिससे कारण भी उन्हें नंगे पैर चलकर परेशान होना पड़ता है। इसे लेकर प्रशासक कौशिक ने दुकानदारों को जूते-चप्पल नहीं रखने के निर्देश दिए। साथ ही जूता स्टैंड से लेकिर मंदिर के प्रवेश द्वार तक मैटिंग और टेंट की अतिरिक्त व्यवस्था करने को कहा।
अब मंदिर में आम श्रद्धालुओं के
लिए यह सुविधाएं कर दी गई है
– मंदिर में गर्मी के दौरान अवकाश होने के कारण अधिक श्रद्धालु पहुंचते है। समिति ने धूप से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में छाया, मेटिग एवं शीतल जल की व्यवस्था की है।
– मंदिर के बाहर भी मेटिंग बिछा दी गई है ताकि श्रद्धालुओं के पैर न जले।
– मानसरोवर, बड़ा गणेश से 4 नम्बर गेट व बाहरी परिसर में जूता स्टैण्ड से मंदिर के सभी मुख्य द्वार तक अलग से मेटिंग की बिछात की गई है।
– शीतल पेयजल के काउण्टर लगाए गए है ताकि श्रद्धालु यहां से आराम से पीने का पानी पी सके।
मंदिर में लगाए सूचना बोर्ड, फ्री
सुविधा के किसी को पैसे न दें
इतना ही नहीं मंदिर समिति के प्रशासक ने परिसर के अंदर व बाहर जगह-जगह सूचना बोर्ड लगवा दिए है जहां श्रद्धालुओं को भस्मार्ती, मंदिर में वीआईपी प्रवेश से दर्शन के पैसे नहीं देने, दान के लिए अनधिकृत व्यक्ति या कर्मचारी से संपर्क नहीं करने, किसी को भी शीघ्र दर्शन या भस्मार्ती के लिए निर्धारित शुल्क के अतिरिक्त राशि नहीं देने का अनुरोध किया गया है। श्रद्धालु मंदिर से संबंधित कोई भी शिकायत टोल फ्री नम्बर 18002331008 पर भी कर सकते हैं। किसी भी प्रकार की जानकारी भी ले सकते हैं।