तिहरा हत्याकांड हुआ था, 2 हत्या में आजीवन कारावास

उज्जैन। 3 साल पहले तिहरे हत्याकांड का मामला सामने आया था। पिता-पुत्र की लाश इंगोरिया के जंगलों से मिली थी, वहीं तीसरा शव उज्जैन के हरिनगर में पंलग पेटी से बरामद हुआ था। मामले में इंगोरिया में मिली पिता-पुत्र की लाश के मामले में कोर्ट ने 3 साल बाद 2 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। वहीं उज्जैन में मिली लाश के मामले में फैसला आना शेष है।
11 अप्रैल 2022 को इंगोरिया थाना क्षेत्र के चंबल नदी किनारे जंगलों से 2 शव पुलिस ने सूचना मिलने पर बरामद किये थे। दोनों की हत्या की गई थी। मृतकों की पहचान करने पर सामने आया था कि उज्जैन के हरिनगर पिपलीनाका क्षेत्र में रहने वाले राजेश नागर और उसका पुत्र पार्थ नागर है। दोनों के शव पांच दिन पुराने हो चुके है और धारदार हथियार से हत्या हुई है। पुलिस पहचान होने पर हरिनगर पहुंची थी। जहां मकान से दुर्गंध आने पर दरवाजा खोला गया था, जांच में राजेश नागर की मां सरोज नागर का शव पलंग पेटी से बरामद हुआ था। वृद्ध सरोज नागर का गला घोंटा गया था। पिता-पुत्र के मामले में इंगोरिया पुलिस ने मामला दर्ज किया था। वहीं सरोज नागर के मामले में जीवाजीगंज पुलिस ने जांच शुरू की थी। इस दौरान सामने आया था कि राजेश नागर ब्याज से रूपये देता था। चार-पांच दिनों से परिवार का कोई सदस्य दिखाई नहीं दिया है। पुलिस ने कैमरों के फुटेज देखे। जिससे पता चला कि पिता-पुत्र आटो से इंगोरिया गये थे। पुलिस ने तफ्तीश को आगे बढ़ाते हुए हत्या में शामिल रहे जयराम पिता निर्पतसिंह कुशवाह और दिनेश पिता गेंदालाल जैन को गिरफ्तार किया। दोनों ने लेनदेन के विवाद में पुत्र-मां और पोते ही हत्या करना कबूल कर लिया। इंगोरिया थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी पृथ्वीसिंह खलाटे और एएसआई दिनेश निनामा ने विवेचना पूरी कर पिता-पुत्र की हत्या का मामला कोर्ट में प्रस्तुत किया। उक्त मामले में अपर सत्र न्यायाधीश बड़नगर द्वारा दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जीवाजीगंज पुलिस ने भी सरोज नागर के हत्या की विवेचना पूर्ण कर चालान कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया था। जिसका फैसला आना शेष है। उक्त मामले में भी दोनों आरोपियों को जल्द सजा सुनाई जायेगी। दोनों ने पिता-पुत्र की हत्या के बाद घर आकर सरोज नागर को मौत के घाट उतारा था। एएसआई दिनेश निनाम ने बताया कि हत्याकांड के बाद 22 साक्षियों के बयान कोर्ट में कराये गये थे। प्रकरण में अभियोजन का संचालन एडीपीओ बडनगर भारती उज्जालिया द्वारा किया गया।

 

Author: Dainik Awantika

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