इंदौर विधानसभा 3 के तथाकथित सनातनी विधायक अपने बच्चों को सनातन का पाठ एवं सम्मान करना नहीं सीखा पाए : पिंटू जोशी
दैनिक अवन्तिका देवास
विगत दिनों इंदौर क्षेत्र क्र. 3 के विधायक राकेश गोलू शुक्ला के सुपुत्र ने साथियों के साथ रात्रि में माता टेकरी पहुंचकर पुजारी के साथ मारपीट की इस अशोभनीय घटना को लेकर सोमवार को पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं इंदौर क्षेत्र क्रमांक 3 के कांग्रेस प्रत्याशी रहे पिंटू जोशी के साथ माता टेकरी पहुंचे जहां वर्मा, जोशी ने चामुंडा माता एवं तुलजा भवानी माता की पूजा अर्चना की एवं उनसे क्षमा प्रार्थना की। इस अवसर पर वर्मा ने कहा कि हम आज मां चामुंडा के पवित्र आंगन में मां से क्षमा मांगने आए है मां जिन आताताइयों ने तेरा प्यार देखा है आशीर्वाद देखा है। उन्होंने क्रोध नहीं देखा है।
हम प्रार्थना करते हैं कि मां क्रोध मत करना, यह तो पापी है, दंड के भागी हैं। मैं तो यह कहता हूं कि इस कलयुग में औरंगजेब ने तो मंदिर तोड़े थे यह आरोप है लेकिन एक हिंदू औरंगजेब जो मंदिर के अंदर रात्रि में देवी-देवताओं के शयन में खलल डालते हैं। गणेश मंदिर हो या महाकाल का मंदिर या चामुंडा माता का मंदिर यहां रात में घुसकर कलयुग के औरंगजेब भगवान के शयन उनकी निद्रा में खलल डाल रहे हैं। मुझे तो दु:ख इस बात का है कि यह छद्म सनातनी लोगों के जिन बच्चों ने यह घटना की उनके पिता विधायक हैं, वह भी सनातनी विधायक मुझे तो आश्चर्य है असली सनातनी जो देवास में रहते हैं उनके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला कि यह मां का अपमान है। मां का क्रोध शांत रहे मां के क्रोध की ज्वाला से लोग भस्म ना हो जाए मां तेरा अपमान हुआ है उनको भी क्षमा करना। मां का आशीर्वाद दुनिया ने देखा है क्रोध नहीं देखा है।
धर्म क्षेत्र में अनाचार हो रहा
मां का क्रोध शांत रहे हम इसलिए यहां आए हैं धर्म क्षेत्र में अनाचार हो रहा है, धर्म खंडित हो रहा है मुख्यमंत्री मोहन यादव का प्रेशर है। वर्मा ने मुख्यमंत्री यादव से कहा कि तुम असली सनातनी हो तो कलेक्टर, एसपी का तत्काल ट्रांसफर करो, दूसरे लोग लाओ तो भविष्य में धर्म का अपमान ना हो सनातन की रक्षा हो। इस अवसर पर दीपक पिंटू जोशी ने कहा कि भाजपा के सनातनी विधायक अपने बच्चों को धर्म और सनातन का पाठ नहीं पढ़ा सके जिनके पुत्र ने पहले भी भगवान महाकाल के मंदिर में इस तरह का कृत्य किया है। वहीं खजराना गणेश मंदिर के गर्भ ग्रह में आम श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश वर्जित है वहां भी वह अपने पिता का रसुख दिखा कर प्रवेश करते हैं जो कि निंदनीय है। इसी के साथ वर्मा एवं जोशी ने जिस पुजारी के साथ मारपीट की गई उसके एवं अन्य पुजारियों के पैर पखारे।