उज्जैन। जमीन विवाद में 7 अप्रैल को कुछ लोगों ने अभिभाषक और 2 लोगों को अगवा कर लिया था और मारपीट की थी। नीलगंगा पुलिस ने मामला दर्ज किया था। मंगलवार दोपहर को चार आरोपियों की गिरफ्तारी होने पर पुलिस कोर्ट लेकर पहुंची। जहां उन्हे देख अभिभाषको का गुस्सा भड़क गया। चार थानों की पुलिस ने मामला शांत किया। चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
नीलगंगा थाना क्षेत्र के बड़नगर बायपास मार्ग पर संचालित होने वाले बोस रियल स्टेट आॅफिस से 7 अप्रैल को अजय पिता जगदीश विश्वकर्मा निवासी ग्राम बेडावन उन्हेल रोड, उसके साथ पहुंचे अभिभाषक उमेश नामदेव और अनिल कुमार चंदेल का रियल स्टेट के संचालक संदीप जाट ने अपने साथी अखिलेश, लखन, निलेश और 8-10 अन्य साथियों के साथ मिलकर अपहरण कर लिया था। तीनों को कार में बैठाकर ग्राम रातडिया ले गये थे। जहां कट्टा अड़ाकर मारपीट की गई थी। अपहरणकर्ता से छुटने के बाद अभिभाषक उमेश नामदेव और अजय विश्वकर्मा ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में लगी थी। मंगलवार को मामले से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें लखन पिता इंदरसिंह सोलंकी निवासी आकासौदा, अनिल पिता इंदर मंडलोई निवासी रंजीत हनुमान नागातलाई महाकाल, बच्चन पिता जानकीलाल चौधरी ग्राम रातडिया और विजय पिता विक्रमसिंह कछावा निवासी ग्राम रातडिया भैरवगढ़ को गिरफ्तार किया। चारों को दोपहर में कोर्ट में पेश किया गया। जहां अभिभाषक उमेश नामदेव का अपहरण करने वाले आरोपियों को देख अभिभाषको का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होने आरोपियों को घेर लिया। नीलगंगा पुलिस ने स्थिति देखी तो तत्काल माधवनगर, नानाखेड़ा और नागझिरी थाने का बल कोर्ट बुला लिया। चारों आरोपियों को अभिभाषको के आक्रोश से निकाला गया और कोर्ट में पेश किया। जहां से चारों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
पुलिस ने कराई बड़नगर बायपास पर तस्दीक
अभिभाषक और उसके 2 साथियों का अपहरण करने वाले चार आरोपियों के गिरफ्त में आने पर पुलिस उन्हे बड़नगर बायपास मार्ग बोस रियल स्टेट आॅफिस लेकर पहुंची। जहां पूरे घटनाक्रम की तस्दीक कराई गई और उसके साथियों के बारे में जानकारी ली गई। पुलिस ने चारों को क्षेत्र में घूमाया और उनकी दहशतगर्दी को कम करने का प्रयास किया। चारों आरोपी कान पकड़कर पुलिस को घटना की जानकारी देते रहे। नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि चारों के कुछ साथियों की जानकारी मिली है। मुख्य आरोपी संदीप जाट है, जिसकी गिरफ्तारी के लिये एक टीम रवाना की गई है।
यह था पूरा मामला
ग्राम बेडावन के रहने वाले अजय पिता जगदीश विश्वकर्मा ने अगस्त 2024 में अपनी पिपलिया डाबी की जमीन का अलटा-पलटा ग्राम गुड़ा पिपलियाटा के रहने वाले कुलदीपसिंह सरदार के साथ किया था। कुछ दिनों पहले कुलदीप सरदार ने अजय विश्वकर्मा से ली जमीन का एग्रीमेंट 24 लाख में बोस रियल स्टेट कारोबारी संदीप जाट निवासी सिलोदारावल को कर दिया।जमीन का अलटा-पलटा हुआ था, जिसके चलते रजिस्ट्री का मामला उलझ गया। अजय को अपनी जमीन का एग्रीमेंट होने की खबर लगी तो संदीप से संपर्क किया, उसने कब्जा छोड़ने के एवज में 17.35 लाख की मांग रखी। जिसके चलते अजय अपने अभिभाषक उमेश नामदेव और अनिल कुमार चंदेल के साथ रियल स्टेट के आॅफिस बातचीत करने पहुंचा था। जहां तीनों का अपहरण कर लिया गया था।
इनका कहना
अभिभाषक का अपहरण करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जिनकी गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम घोषित किया था। कोर्ट में पेश किया था, कोर्ट परिसर में हुए घटनाक्रम की वीडियोग्राफी कराई है। जिसे देखा जा रहा है। चारों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल दाखिल किया गया है
प्रदीप शर्मा, एसपी