इन्दौर । भाजपा से निकाले गए एमआईसी सदस्य रहे जीतू यादव का वीडियो बाजार में आ गया है। उनकी आवाज का नमूना भले ही अभी तक बाजार में नहीं आया हो, लेकिन इस वीडियों ने एक बार फिर यह संकेत दिए है कि भाजपा में वापसी की तैयारी में है।
उल्लेखनीय है कि खातीवाला टैंक की मल्टी के मामले में पार्षद कमलेश कालरा और अधिकारी के बीच कहासुनी हो गई थी। उनकी बातचीत में भाजपा पार्षद और एमआईसी सदस्य जीतू यादव का जिक्र भी हो गया था।
यादव ने कालरा को फोन लगाकर धमकी दी थी उनके तीन आडियो सामने आए थे। इस धमकी के बाद कालरा के घर पर हमला बोल दिया था और बच्चे की चड्डी भी उतार दी थी।
इस मुद्दे को गंभीरता से लेने के बाद पार्टी ने यादव पर गाज गिरा दी थी और उन्हें छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। विधायक रमेश मेंदोला ने ताकत लगाई थी कि बचा लिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
इस मामले में जूनी इन्दौर थाने में एफआईआर भी हुई थी। 21 मुलजिम गिरफ्तार हो चुके है, जीतू यादव मौके पर तो नहीं था लेकिन उसकी गाड़ी जरूर घटनास्थल के आसपास नजर आई थी।
पुलिस उसे ढूंढ नहीं रही थी ,लेकिन बाद में उसे बयान के लिए बुलाया गया था और उसकी आडियो रिकार्डिंग की जांच के लिए आवाज के नमूने लिए गए जो लेब में भेज दिए गए है।
इस मामले में अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन जीतू यादव का एक वीडियो आम हो गया है, जिसमें वह कुलकर्णी नगर में दरगाह को लेकर नाराज हो रहे है और उसे हटाने की बात भी कर रहे है।
इस वीडियो के आम होते ही यह बात भी होने लगी है कि क्या उन्हें पार्टी वापस लेने की तैयारी में है। ऐसी स्थिति में अब भाजपा के भी नेता गलियारे ढूंढ रहे है कि जीतू यादव को वापस मौका मिल जाए, लेकिन राह आसान नहीं दिख रही है।
माना जा रहा है कि चुनाव के समय उनके दरवाजे खुल सकते है, उसके पहले संभावना कम नजर आ रही है। वैसी भी दो नम्बर में जीतू यादव के विरोधियों की संख्या में इजाफा हो गया था।
इस वजह से उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ा था ,क्योंकि रमेश मेंदोला सिर्फ उनकी ही सुन रहे थे बाकी नेताओं को उन्होंने दूर कर दिया था। जिसके कारण दो नम्बर में भी विरोध के बिगुल बजने लगे थे और नतीजा यह निकला कि जीतू का मौका आया तो उसे पार्टी से बाहर होना पड़ा।