डीजी ने पुलिस हाऊसिंग कॉरपोरेशन अधिकारियों से की चर्चा होमगार्ड लाईन में होगा ट्रेनिंग सेंटर और बैरिक का निर्माण

उज्जैन। सिंहस्थ 2028 की सुरक्षा व्यवस्था में होमगार्ड जवानों की भूमिका महत्वपूर्ण होने जा रही है। बुधवार को होमगार्ड डीजी आईपीएस अरविंद कुमार देवासरोड होमगार्ड लाइन पहुंचे। उन्होने निर्माण कार्यो को लेकर पुलिस हाऊसिंग कॉरपोरेशन अधिकारियों से चर्चा की। लाइन में ट्रेनिंग सेंटर के साथ बैरिक और भोजनशाला का निर्माण कराया जायेगा।
होमगार्ड जिला कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि सुबह 11 बजे डीजी आईपीएस अरविंद कुमार लाइन पहुंचे थे। उनका डिवीजनल कमांडेंट रोहिताश पाठक ने अभिवादन किया। प्लाटून कमांडर गायत्री वर्मा के नेतृत्व में सम्मान गार्ड की सलामी दी गई। डीजी आगामी सिंहस्थ 2028 के कार्यो की समीक्षा के लिये पहुंचे थे। उन्होने होमगार्ड लाइन में आवश्यक अधोसंरचना विकास के लिये मध्यप्रदेश पुलिस हाऊसिंग कॉरपोरेशन के अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ कार्यो को लेकर चर्चा की। लाइन में 450 जवानों के लिये बेरिक बनाई जाना है। वहीं भोजनशाला और ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण कार्य होना है। इसके साथ ही होमगार्ड कार्यालय का भवन भी 50 साल पुराना हो चुका है, जिसे नया बनाया जायेगा। चर्चा में होने वाले सभी कार्यो पर मुहर लग चुकी है। डीजी अरविंद कुमार ने होमगार्ड लाइन का दौरा किया और निर्माण कार्यो के स्थान को देखा। सिंहस्थ कार्यो के निर्माण कायों की समीक्षा के दौरान होमगार्ड आपदा प्रबंधन डीआईजी मनीष अग्रवाल और कार्यालय का स्टॉफ मौजूद था। सभी कार्यो को वर्ष 2027 के शुरूआती माह तक पूरा किये जाने का लक्ष्य रखा गया है।
ट्रेनिंग सेंटर में होगी डीप डायविंग
होमगार्ड लाइन में बनाये जाने ट्रेनिंग सेंटर और बैरिक में एक साथ 450 जवानों के रूकने और ट्रेनिग देने की व्यवस्था रहेगी। यहां पर डीप डायविंग के लिये स्थान तैयार किया जायेगा। जहां 50 मास्टर ट्रेनर जवानों को प्रशिक्षण देगें। गोताखोरी के साथ ही आपदा प्रबंधन और सर्च रेस्क्यू का अभ्यास भी कराया जायेगा। सिंहस्थ में प्रदेशभर के 18 हजार से अधिक जवान अपनी सेवा देने के लिये उज्जैन पहुंचेगें। होमगार्ड विभाग द्वारा 8 हजार वॉलिटियर भी शामिल किये जायेगें। जिनका सहयोग सिंहस्थ की व्यवस्था संभालने के लिये होगा।
क्षिप्रा नदी के घाटों पर रहते है तैनात
आपदा प्रबंध में हमेशा ही अपनी जान जोखिम में डालने वाले होमगार्ड जवान वर्तमान में धार्मिक नगरी की मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी के घाटों पर अपनी सेवा देने के साथ पुलिस विभाग के कार्यो में भूमिका निभा रहे है। क्षिप्रा में आस्था की डूबकी के साथ गर्मी के चलते नहाने वालों की संख्या बढ़ रही है। जिनकी सुरक्षा को देखते हुए घाटो पर जवानों की तैनाती बढ़ाई गई है। 24 घंटे क्षिप्रा के घाटो पर तीन शिफ्ट में 35 जवान तैनात है जिसमें एसडीआरएफ जवान भी शामिल है। जो लगातार घाटों के आसपास पेट्रोलिंग के साथ डूबते श्रद्धालुओं को बचाने के लिये छलांग लगा रहे है। अभी तक जवानों को ट्रेनिंग के दूसरे शहरों में जाना पड़ता था, अब होमगार्ड लाइन में ट्रेनिंग सेंटर बनने पर यहीं प्रशिक्षण दिया जायेगा।

Author: Dainik Awantika

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